Video: 'हम एक-दूसरे को पूरा करते हैं...', स्नैक्स बेचने वाले बुज़ुर्ग दंपत्ति की कहानी, जो दिल छू जाए
Viral news: इस वीडियो को डिजिटल क्रिएटर सिद्धेश लोकर ने शेयर किया था, जो अब कई लोगों के दिलों पर राज कर चुका है. वीडियो में व्लॉगर बताता है कि किसी ने उसे भिमराव और शोभा नाम के दंपति की एक तस्वीर भेजी थी, जो कुछ दिन पहले ठाणे स्टेशन पर देखे गए थे.
ठाणे रेलवे स्टेशन, जो कि मुंबई के पास है, वहां पर एक वृद्ध दंपति का इंस्टाग्राम रील अब इंटरनेट पर तहलका मचा रहा है. इस वीडियो को डिजिटल क्रिएटर सिद्धेश लोकर ने शेयर किया था, जो अब कई लोगों के दिलों पर राज कर चुका है. वीडियो में व्लॉगर बताता है कि किसी ने उसे भिमराव और शोभा नाम के दंपति की एक तस्वीर भेजी थी, जो कुछ दिन पहले ठाणे स्टेशन पर देखे गए थे. बाद में, सिद्धेश ने उन्हें ढूंढ़ा और उनका इंटरव्यू किया.
दंपति का प्रेम और साथ का सफर
व्लॉगर पहले उनसे पूछता है कि उन्होंने कब शादी की, तो भीमराव सटीक तारीख बताते हैं. शोभा बताती हैं कि वे चार दशकों से एक साथ हैं. जब व्लॉगर उनसे पूछता है कि वे स्टेशन पर कितनी बार आते हैं, तो शोभा जवाब देती हैं कि वे हर दिन आते हैं और यदि कोई ऑर्डर मिलता है, तो वे स्नैक्स और मिठाई भी पहुंचाते हैं. इस दौरान, वीडियो में उनके चखने के लिए तैयार किए गए पकवानों की झलक भी मिलती है, जैसे चकली, कचोरी, भाकरवड़ी आदि.
शारीरिक कठिनाइयों के बावजूद प्रेम में अडिग
जब भीमराव से पूछा जाता है कि उन्हें क्या कठिनाई आई थी, तो बताते हैं कि वह जब दो साल के थे तब उनकी दृष्टि चली गई थी. व्लॉगर से पूछते हैं कि उन्होंने एक दृष्टिहीन व्यक्ति से शादी क्यों की, तो शोभा मुस्कराते हुए कहती हैं कि उन्होंने भिमराव से इसलिए शादी की क्योंकि वे हमेशा एक-दूसरे के स्थान पर खुद को महसूस करते हैं. भीमराव कहते हैं, "मैं दृष्टिहीन हूं और उसकी हाथ में विकृति है. हमने सोचा कि हम एक-दूसरे को पूरा करेंगे. शोभा आगे कहती है कि हम हमेशा एक-दूसरे के साथ रहेंगे... जिंदगी भर.
साथ में जीवन और संघर्ष की एक मिसाल
जब व्लॉगर पूछता है कि भीमराव की पत्नी उनकी मदद कैसे करती हैं, तो वह बताते हैं कि शोभा खाना बनाती हैं और पानी देती हैं. वहीं, भीमराव भी उसकी मदद करते हैं, खासकर सब्जियों को काटने में. शोभा उनकी कटाई की काबिलियत की तारीफ करती हैं. जब उनसे पूछा जाता है कि उनके लिए प्रेम का क्या मतलब है, तो भीमराव कहते हैं कि इस उम्र में उन्हें एक-दूसरे की जरूरत है. शोभा स्वीकार करती हैं कि कभी-कभी वे लड़ते हैं, लेकिन बहुत दूर नहीं रहते. वह कहती हैं कि यह घर है. बर्तन टकराएंगे, लेकिन टूटेंगे नहीं.
दंपति की सादगी और संदेश
व्लॉगर ने जब उनसे पूछा कि उन्हें अब क्या चाहिए, तो शोभा ने कहा कि उन्हें एक स्टॉल की जरूरत है ताकि वे खड़े होकर काम न करें. अंत में, व्लॉगर ने उनसे युवा पीढ़ी के लिए संदेश पूछा, तो भिमराव कहते हैं, "कड़ी मेहनत ही सब कुछ है. आपको केवल अपने लिए नहीं जीना चाहिए. अगर आप दूसरों के लिए जीते हैं, तो आपने असल में जिंदगी जी है."