भारत नहीं इस मुस्लिम देश में मौजूद है दुनिया सबसे पुराना मंदिर
World's Oldest Temple: गोबेकली टेपे, जो दक्षिण-पूर्वी तुर्की के उरफा शहर के पास स्थित है, दुनिया का सबसे प्राचीन मंदिर माना जाता है. लगभग 11,600 साल पुराना यह मंदिर उस समय का है जब न तो धातु के औजार थे और न ही मिट्टी के बर्तन. अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण यह मंदिर प्राचीन स्थापत्य कला का अद्भुत उदाहरण है और इसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल का दर्जा प्राप्त है.
World's Oldest Temple: जब भी प्राचीन मंदिरों की बात होती है, तो सबसे पहले भारत का नाम आता है, जहां 6,48,907 मंदिर मौजूद हैं. मंदिरों की इस विशाल संख्या के कारण भारत को मंदिरों का देश कहा जाता है. लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि किसी मुस्लिम देश में दुनिया का सबसे पुराना मंदिर स्थित हो सकता है? तुर्की में स्थित गोबेकली टेपे ने इस धारणा को बदल दिया है.
दक्षिण-पूर्वी तुर्की के उरफा शहर से करीब छह मील दूर गोबेकली टेपे नाम का यह मंदिर दुनिया का सबसे पुराना मंदिर माना जाता है. पुरातत्वविदों के अनुसार, यह मंदिर लगभग 11,600 वर्ष पुराना है. यह उस समय का है जब न तो धातु के औजार थे और न ही मिट्टी के बर्तन. इस मंदिर का ऐतिहासिक महत्व और स्थापत्य कला इसे विश्व धरोहरों में विशेष स्थान दिलाती है.
दुनिया सबसे पुराना मंदिर
गोबेकली टेपे स्टोनऐज से करीब 6,000 वर्ष पहले का है. नवपाषाण काल में इस स्थान का उपयोग किया गया था. यह एक चट्टानी पहाड़ी पर स्थित स्मारक है, जो अनाज के भंडारण, पानी की आपूर्ति और अन्य उपकरणों की उपस्थिति से एक बस्ती का प्रमाण भी देता है. इस मंदिर में कई स्तंभ हैं, जिन्हें कपड़ों और जंगली जानवरों की मूर्तियों से सजाया गया था. मंदिर की ऊंचाई 15 मीटर है और यह 8 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है. इसके आसपास छोटी इमारतें और खदानें मौजूद हैं, जो इसकी भव्यता को और बढ़ाती हैं.
पुरातात्विक खुदाई और खोज
1963 में इस मंदिर का सर्वेक्षण पहली बार किया गया. जर्मन पुरातत्वविद क्लॉस शमिट ने 1994 में इसकी खुदाई शुरू की और इसके महत्व को उजागर किया. हालांकि 2014 में उनकी मृत्यु हो गई, पर खुदाई का कार्य जारी रहा. 2018 में गोबेकली टेपे को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल का दर्जा मिला. खुदाई के दौरान यहां पत्थर से बनी मूर्तियां, जानवरों के सिर और नक्काशीदार खंभे मिले. इनमें भगवान शिव की टूटी हुई मूर्ति और शेर का निशान वाली मूर्ति भी शामिल है.