भारत के इस शहर को कहा जाता है कंडोम की राजधानी, हैरान कर देगी वजह

Condom Capital of India: महाराष्ट्र का औरंगाबाद सिर्फ ऐतिहासिक धरोहरों के लिए ही नहीं, बल्कि अपने विशाल कंडोम उद्योग के लिए भी जाना जाता है. यह शहर देश का सबसे बड़ा कंडोम उत्पादन केंद्र है, जहां हर महीने 10 करोड़ से अधिक कंडोम बनाए जाते हैं और 36 देशों में निर्यात किए जाते हैं. इस उद्योग ने हजारों लोगों को रोजगार दिया है और भारत को वैश्विक बाजार में मजबूत पहचान दिलाई है.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

Condom Capital of India: भारत में कई शहरों में कंडोम का उत्पादन होता है, लेकिन महाराष्ट्र का औरंगाबाद इस उद्योग में सबसे आगे है. यह शहर न केवल भारत बल्कि वैश्विक स्तर पर भी कंडोम निर्माण का केंद्र बन चुका है. यहां बनने वाले कंडोम दुनिया के कई देशों में निर्यात किए जाते हैं, जिससे यह क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है.

औरंगाबाद को 'कंडोम राजधानी' कहा जाता है क्योंकि यहां हर महीने 10 करोड़ से अधिक कंडोम बनाए जाते हैं. भारत की 10 में से 6 प्रमुख कंडोम निर्माण कंपनियां यहीं स्थित हैं. इस उद्योग ने हजारों लोगों को रोजगार दिया है और वैश्विक बाजार में भारत की उपस्थिति को मजबूत किया है.

भारत की सबसे बड़ी कंडोम निर्माण हब

औरंगाबाद में स्थित कंडोम निर्माण कंपनियां यूरोप, लैटिन अमेरिका, अफ्रीका और एशिया के कई देशों में अपने उत्पाद निर्यात करती हैं. यहां के उन्नत बुनियादी ढांचे, कुशल श्रमिकों और सरकारी नीतियों के कारण यह उद्योग तेजी से फल-फूल रहा है.

10 करोड़ कंडोम हर महीने का उत्पादन

औरंगाबाद की कंपनियों की मासिक उत्पादन क्षमता 10 करोड़ से अधिक है. यह क्षमता इसे देश का सबसे बड़ा कंडोम उत्पादन हब बनाती है. यहां निर्मित कंडोम 36 देशों में निर्यात किए जाते हैं, जिससे भारत का नाम वैश्विक बाजार में और भी चमका है.

200-300 करोड़ रुपये का सालाना टर्नओवर

यह उद्योग सिर्फ स्वास्थ्य और सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बड़ा आर्थिक योगदान भी देता है. औरंगाबाद की कंडोम इंडस्ट्री का सालाना टर्नओवर 200 से 300 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है. इसके साथ ही इस उद्योग में लगभग 20 हजार लोगों को रोजगार मिला हुआ है.

नामी ब्रांड और 50 से अधिक फ्लेवर

औरंगाबाद में कई लोकप्रिय ब्रांड जैसे कामसूत्र, नाइट राइडर्स आदि के कंडोम बनाए जाते हैं. यहां 40 से 50 फ्लेवर के कंडोम तैयार किए जाते हैं, जो उपभोक्ताओं की विविध पसंद को ध्यान में रखते हुए बनाए जाते हैं.

कामसूत्र: भारत का दूसरा सबसे बड़ा कंडोम ब्रांड

रेमंड ग्रुप के कामसूत्र कंडोम भारत के दूसरे सबसे बड़े ब्रांड के रूप में पहचाने जाते हैं. इनका उत्पादन भी औरंगाबाद में ही किया जाता है. यह ब्रांड 1991 में बाजार में आया था और वर्तमान में इसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता 300 मिलियन (30 करोड़) कंडोम प्रति वर्ष है. साल 2023 में कंपनी ने 320 मिलियन (32 करोड़) कंडोम का उत्पादन किया था.

चीन को होता है सबसे ज्यादा निर्यात

दिलचस्प बात यह है कि जहां भारत कई वस्तुओं के लिए चीन पर निर्भर है, वहीं रेमंड ग्रुप हर साल चीन को करीब 36 करोड़ कंडोम निर्यात करता है. कंपनी के मैनेजर बाबू अय्यर ने एबीपी माझा को बताया कि चीन के बाजार में भारतीय कंडोम की बड़ी मांग है.

'कंडोम हब' भी बना औरंगाबाद

औरंगाबाद को पहले से ही ऑटोमोबाइल उद्योग का हब माना जाता है. बजाज, स्कोडा और एंड्योरेंस टेक्नोलॉजीज जैसी बड़ी ऑटो कंपनियां यहां स्थापित हैं. लेकिन अब, कंडोम निर्माण के क्षेत्र में भी यह शहर अपनी अलग पहचान बना चुका है.

केरल-तमिलनाडु से मंगाया जाता है रबर

औरंगाबाद की कंडोम इंडस्ट्री के लिए जरूरी रबर केरल और तमिलनाडु से मंगाया जाता है. यह रबर ‘लास्ट’ नामक पेड़ से प्राप्त किया जाता है, जो उच्च गुणवत्ता के कारण कंडोम निर्माण के लिए आदर्श माना जाता है.

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31 January 2025, 07:04 PM IST

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