ऑफिस नहीं, जेल है! इस कंपनी के बनाए सख्त नियमों से कर्मचारी परेशान, जो सुनता रह जाता हैरान
Strict Office Rules: नौकरी और निजी जीवन के बीच संतुलन हर कर्मचारी का अधिकार होता है. लेकिन चीन की एक कंपनी ने अपने दफ्तर में ऐसे सख्त नियम लागू किए हैं कि कर्मचारी इसे ऑफिस के बजाय जेल मानने लगे हैं. इन कठोर नीतियों के चलते उनकी निजी जिंदगी प्रभावित हो रही है और सोशल मीडिया पर इसको लेकर जोरदार बहस छिड़ गई है.

Strict Office Rules: नौकरी और व्यक्तिगत जीवन के बीच संतुलन बनाए रखना हर कर्मचारी का हक होता है, लेकिन चीन की एक कंपनी ने अपने कर्मचारियों पर ऐसे कठोर नियम लागू किए हैं कि लोगों को यह ऑफिस कम और जेल ज्यादा लगने लगा है. इन नीतियों के चलते कर्मचारियों की निजी जिंदगी बुरी तरह प्रभावित हो रही है. सोशल मीडिया पर इसको लेकर बहस छिड़ गई है. कुछ लोग इसे अन्याय करार दे रहे हैं, तो कुछ इसे उत्पादकता बढ़ाने का तरीका बता रहे हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन की 'थ्री ब्रदर्स मशीन मैन्युफैक्चरिंग कंपनी' ने अपने कर्मचारियों के लिए ऐसे सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं कि सुनकर किसी का भी सिर चकरा सकता है. यह कंपनी फोशान, ग्वांगडोंग प्रांत में स्थित है और इसके नए नियमों से कर्मचारी काफी परेशान हैं. मीडियो रिपोर्ट्स के मुताबिक कर्मचारियों का कहना है कि इसकी वजह से वे डिप्रेशन में जा रहे हैं.
टॉयलेट ब्रेक के लिए भी केवल 2 मिनट
कर्मचारियों को ब्रेक के लिए बेहद कम समय दिया जा रहा है. अगर कोई कर्मचारी तय समय से ज्यादा ब्रेक लेता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है. इतना ही नहीं, टॉयलेट ब्रेक के लिए भी केवल 2 मिनट का समय निर्धारित किया गया है.
निजी कॉल्स और सोशल मीडिया पर बैन
काम के घंटों के दौरान कर्मचारियों पर निजी फोन कॉल्स और सोशल मीडिया के उपयोग पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है. अब कर्मचारी न तो अपने परिवार से बात कर सकते हैं और न ही सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर सकते हैं.
अतिरिक्त काम करने के लिए मजबूर
कर्मचारियों को तय समय से अधिक कार्य करने के लिए बाध्य किया जा रहा है. इससे वे अपने परिवार के साथ समय नहीं बिता पा रहे हैं और उनकी व्यक्तिगत जिंदगी प्रभावित हो रही है.
हर गतिविधि पर कड़ी निगरानी
कंपनी ने दफ्तर में निगरानी बढ़ाने के लिए सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ा दी है. हर कर्मचारी की हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है. अगर कोई नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसे सजा के रूप में ऑफिस की सफाई करने के लिए मजबूर किया जाता है.
कंपनी ने किया नियमों का बचाव
कंपनी का कहना है कि ये नियम कर्मचारियों की सेहत और काम की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए बनाए गए हैं. उन्होंने इस नियमावली के लिए प्राचीन चीनी पुस्तक 'येलो एम्परर इनर कैनन' का हवाला दिया, जिसमें स्वास्थ्य से जुड़े नियम बताए गए हैं. हालांकि, कर्मचारी इस फैसले से नाखुश हैं और इसे अपनी जिंदगी के लिए नुकसानदायक बता रहे हैं.
पहले भी हो चुके हैं ऐसे मामले
यह पहली बार नहीं है जब चीन में किसी कंपनी ने ऐसे कठोर नियम लागू किए हैं. इससे पहले भी कई कंपनियां कर्मचारियों पर कठोर पाबंदियां लगा चुकी हैं. एक कंपनी ने टॉयलेट जाने पर जुर्माना लगाया था, जबकि एक अन्य कंपनी में कर्मचारियों पर बाथरूम में भी निगरानी रखी जाती थी.