हाथी की पीठ पर बैठाया बाघ, फिर पूरे शहर में घुमाया, वायरल वीडियो ने उठाए पशु क्रूरता पर सवाल  

Viral Video: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दो लोग हाथी की पीठ पर बंधे हुए एक बाघ को सड़क पर ले जाते नजर आ रहे हैं. यह वीडियो देखते ही इंटरनेट पर बहस शुरू हो गई. कई लोगों ने इसे पशु क्रूरता का मामला बताया और कार्रवाई की मांग की.

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Viral Video: पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में दो लोग हाथी की पीठ पर बंधे एक विशाल बाघ को आराम से घुमाते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस क्लिप को देखने के बाद नेटिज़न्स और पशु प्रेमी काफी नाराज हैं. वीडियो में एक हाथी की पीठ पर बंधा हुआ बाघ नजर आ रहा है, जिसे दो लोग सड़क पर लेकर जा रहे हैं. एक व्यक्ति बाघ के कान मरोड़कर लोगों को उसका चेहरा दिखा रहा है.

यह दृश्य इंटरनेट पर लोगों को विचलित कर गया. वीडियो के साथ दावा किया गया कि यह घटना बिहार की है, जिसने लोगों का गुस्सा और बढ़ा दिया. वायरल वीडियो के कैप्शन में लिखा था कि यह घटना बिहार में हुई, जिससे और भी आक्रोश फैल गया. हालाँकि, क्या असल में ऐसा हुआ था, या इस घटना के पीछे कुछ और भी है? तो आइये जानते हैं कि असल में क्या हुआ.

वायरल वीडियो की सच्चाई क्या है?  

वीडियो की जांच करने पर पता चला है कि यह वीडियो नया नहीं है. यह क्लिप 2011 में उत्तराखंड के रामनगर की है. रिपोर्ट्स के अनुसार, यह बाघ एक नरभक्षी था, जिसने 6 लोगों को मार डाला था. इसे मारने के बाद अधिकारियों ने हाथी पर लादकर जंगल से बाहर निकाला, क्योंकि वहां वाहन नहीं जा सकते थे. भारतीय वन सेवा के अधिकारी परवीन कासवान ने भी इस बात की पुष्टि की. उन्होंने कहा, "यह वीडियो पुराना है और उस समय बाघ को लाने का यही तरीका था."  

वायरल वीडियो पर लोगों की प्रतिक्रिया  

इस वीडियो को देखने के बाद कई लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर की है. एक यूजर ने लिखा, "यह बेचारे जानवरों के लिए सही नहीं है. भारतीय बाघ लुप्तप्राय प्रजाति है और इसे विशेष सुरक्षा प्राप्त है." दूसरे ने कहा, "यह घटना सही हो सकती है, लेकिन जानवर को ले जाने का तरीका अमानवीय था."  
एक अन्य ने सवाल किया, "आप इसे ऐसे क्यों दिखा रहे हैं जैसे यह कोई मजाक हो?"  यह घटना पुराने वीडियो से भले जुड़ी हो, लेकिन इससे जुड़े सवाल और चिंताएं आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं. First Updated : Tuesday, 31 December 2024