Viral Video: दिल्ली के प्रतिष्ठित इंडिया गेट पर एक महिला का तौलिया पहन कर डांस करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया है. वीडियो में जिस महिला को डांस करते देखा जा रहा है, वह हैं सन्नति मित्रा, जो कोलकाता की मॉडल और 2017 की मिस कोलकाता रह चुकी हैं. उनका यह वीडियो, जो फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' के गीत 'मेरे ख्वाबों में' से प्रेरित है, इंटरनेट पर काफी चर्चा में है. हालांकि, इसे लेकर कुछ विवाद भी सामने आए हैं.
सफेद तौलिया और चप्पल में डांस
सन्नति ने इस वीडियो में सफेद तौलिया और चप्पल पहन कर डांस किया है. उनका यह काम दिल्ली के इंडिया गेट पर हुआ. गाने के बोल और सन्नति के अंदाज ने वीडियो को वायरल बना दिया, लेकिन साथ ही कई लोगों ने इसे गलत और अनुचित भी ठहराया. वीडियो में सन्नति के आसपास लोग, खासकर बच्चे, खड़े थे और हैरानी से देख रहे थे. इसे इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए सन्नति ने कैप्शन दिया, 'हैप्पी इंटरनेशनल मेन्स डे.' आप सभी साहस, दया और सहानुभूति से दूसरों को प्रेरित करते रहें.'
वायरल होते ही बवाल
वीडियो को कुछ ही घंटों में 4.8 लाख से ज्यादा व्यूज मिल गए, लेकिन इसने सोशल मीडिया पर बवाल भी मचा दिया. कई यूजर्स ने इसे अश्लील और सार्वजनिक स्थल के लिए अनुचित बताया. इंडिया गेट जैसे राष्ट्रीय महत्व के स्थल पर इस तरह की हरकत को लेकर लोग नाराज नजर आए. कुछ लोगों ने इसे राष्ट्रीय सम्मान का अपमान बताते हुए दिल्ली पुलिस से सख्त कदम उठाने की मांग की.
सन्नति के लिए यह पहली बार नहीं
यह पहली बार नहीं है जब सन्नति मित्रा विवादों में रही हैं. इससे पहले भी वह दुर्गा पूजा पंडाल में अपने पहनावे को लेकर चर्चा में आ चुकी हैं. उस समय उन्होंने थाई-हाई स्लिट गाउन पहना था, जो धार्मिक माहौल में अनुचित माना गया. उनके साथ मौजूद अन्य महिलाओं के कपड़े भी विवाद का कारण बने थे. तब भी सोशल मीडिया पर उन्हें संस्कृति और धार्मिक भावनाओं का अपमान करने के आरोपों का सामना करना पड़ा था.
क्या सोशल मीडिया पर जरूरत से ज्यादा ध्यान आकर्षित करना सही है?
कई लोग सन्नति के वीडियो को सस्ती पब्लिसिटी स्टंट करार दे रहे हैं और उनका कहना है कि इस तरह की हरकतें सिर्फ लोगों का ध्यान खींचने के लिए की जाती हैं. वहीं, कुछ का मानना है कि यह सिर्फ उनका एक क्रिएटिव एक्सप्रेशन है और इसे इस नजरिए से देखना चाहिए. सोशल मीडिया पर अक्सर सीमाओं का उल्लंघन हो जाता है, जिससे सार्वजनिक मर्यादा और नागरिक जिम्मेदारियों पर असर पड़ सकता है. First Updated : Wednesday, 20 November 2024