कंगाल पाकिस्तान के भिखारी मालामाल, अपनी दादी के अंतिम संस्कार पर खर्च किए 1 करोड़ 25 लाख रुपये!'
गुजरांवाला से एक अजीब घटना सामने आई है, जहां भिखारियों ने अपनी दादी के अंतिम संस्कार में 1 करोड़ 25 लाख रुपये खर्च किए! इस भव्य समारोह में हजारों लोगों के लिए शानदार भोजन की व्यवस्था की गई, जिसमें बीफ, चिकन, फल और मिठाई शामिल थीं. अब सवाल यह उठता है कि इन भिखारियों के पास इतना पैसा कहां से आया? जानिए इस चौंकाने वाली घटना के पीछे का सच.
Viral Video: क्या कभी कोई सोच सकता हैं कि कोई अपनी दादी के अंतिम संस्कार में इतने पैसे खर्च कर सकता हैं? नहीं ना, लेकिन यहां पर ये संभव हुआ है, वो भी एक भिखारी के द्वारा जिसने अपनी दादी के अंतिम संस्कार में 1 करोड़ 25 लाख रुपये खर्च कर दिए.
दरअसल ये घटना पाकिस्तान के गुजरांवाला की है जहां हाल ही में एक ऐसा हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां पर कुछ भिखारियों ने अपनी दादी के अंतिम संस्कार के बाद न सिर्फ पूरे इलाके को चौंका दिया, बल्कि लाखों रुपये खर्च कर भव्य समारोह भी आयोजित किया. इस समारोह में जो हुआ, वह किसी के भी लिए यकीन करना मुश्किल था.
1 करोड़ 25 लाख रुपये का खर्च
समारोह के बाद यह जानकारी सामने आई कि भिखारियों ने अपनी दादी के अंतिम संस्कार के बाद 1 करोड़ 25 लाख रुपये खर्च किए. इतना बड़ा खर्च उनके लिए कैसे संभव हुआ, यह सवाल हर किसी के मन में था. इस पैसे का उपयोग उन्होंने न सिर्फ समारोह को भव्य बनाने में किया, बल्कि वहां उपस्थित लोगों के लिए एक शानदार भोज भी आयोजित किया.
Beggars in Gujranwala reportedly spent Rs. 1 crore and 25 lacs on the post funeral ceremony of their grand mother 🤯🤯
Thousands of people attended the ceremony.
They also made arrangement of all kinds of meal including beef, chicken, matranjan, fruits, sweet dishes 😳😳 pic.twitter.com/Jl59Yzra56
— Ali (@PhupoO_kA_betA) November 17, 2024
भोजन का आयोजन और व्यवस्था
समारोह में हजारों लोग शामिल हुए और उनके लिए विशेष रूप से विविध प्रकार के भोजन की व्यवस्था की गई थी. बीफ, चिकन, मटर, फल, मीठे व्यंजन सहित सभी प्रकार के पकवान तैयार किए गए थे. यह आयोजन इतना भव्य था कि वहां के लोग यह देखकर हैरान रह गए. ऐसा लग रहा था जैसे यह किसी बड़े और अमीर परिवार का समारोह हो, लेकिन यह सब कुछ भिखारियों द्वारा आयोजित किया गया था.
भिखारियों का राज
अब सवाल यह उठता है कि आखिर इन भिखारियों के पास इतना पैसा कहां से आया? क्या यह सच्चा है या फिर इसमें कोई और राज छिपा है? कुछ लोगों का कहना है कि भिखारी हमेशा से ही पैसे इकट्ठा करते रहते हैं और कई बार यह पैसे न सिर्फ दान से, बल्कि कुछ अन्य स्रोतों से भी मिलते हैं. हालांकि, पूरी घटना में कई पहलुओं की जांच की जा रही है और यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है कि आखिर यह रकम कहां से आई.
क्या यह एक घटना का प्रतीक है?
यह घटना न सिर्फ इस वजह से चर्चा में आई है कि भिखारियों ने इतनी बड़ी रकम खर्च की, बल्कि इसने समाज के विभिन्न पहलुओं को भी उजागर किया है. सवाल उठता है कि क्या हमारे समाज में भिखारी असल में इतनी संपत्ति इकट्ठा कर सकते हैं, जिसे वे किसी भव्य आयोजन में खर्च कर सकें? क्या यह घटना समाज में असमानता और आर्थिक स्थितियों के बीच एक और संकेत है?
इस पूरी घटना ने सभी को हैरान कर दिया है और यह सवालों के घेरे में आ गई है कि क्या यह सच है या फिर इसमें कोई गड़बड़ी है. वहीं, समाज के एक हिस्से का मानना है कि इस तरह की घटनाएं समाज में भिखारियों की स्थिति और उनकी असल जिंदगी के बारे में सोचने पर मजबूर करती हैं.