नमाज और कांवड़ यात्रा को लेकर क्या बोल गए भीम आर्मी चीफ? देखें VIDEO
Chandrashekhar viral video: नगीना सीट से सांसद और भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद का एक बयान की सियासी गलियों में चर्चा शुरू हो गई है. उनके इस बयान का एक वीडियो बड़ी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में चंद्रशेखर आजाद को कहते हुए सुना जा सकता है कि जब कांवड़ यात्रा के लिए सारे रास्ते, अस्पताल बंद हो सकते हैं तो ईद पर 20 मिनट की नमाज पढ़ने से किसी को क्या दिक्कत हो सकती है?
Chandrashekhar viral video: हिन्दू धर्म शास्त्रों के अनुसार इस साल 2024, में सावन की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है, जिसका समापन 2 अगस्त 2024 को होगा. सावन का महीना भगवान शिव को अति प्रिय है. ऐसे में सभी भक्त महादेव को खुश करने के लिए अलग-अलग तरह से उपासना करते हैं. कोई व्रत रखता है तो कोई कांवड़ यात्रा के जरिए भोलेनाथ को प्रसन्न करना चाहता है. इस बीच उत्तर प्रदेश की नगीना सीट से सांसद और भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद का एक बयान की सियासी गलियों में चर्चा शुरू हो गई है. उनके इस बयान का एक वीडियो बड़ी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वायरल वीडियो में चंद्रशेखर आजाद को कहते हुए सुना जा सकता है कि जब कांवड़ यात्रा के लिए सारे रास्ते, अस्पताल बंद हो सकते हैं तो ईद पर 20 मिनट की नमाज पढ़ने से किसी को क्या दिक्कत हो सकती है.
वीडियो में चंद्रशेखर आजाद ने और क्या कहा?
वायरल हो रहे वीडियो में चंद्रशेखर आजाद को यह भी कहते हुए सुना जा सकता है कि हम सभी धर्म का सम्मान करते हैं. जो लोग 20 मिनट नमाज पढ़ने पर आपत्ति जता सकते हैं, वह किसी धर्म के साथ नहीं हो सकते. मिली जानकारी के अनुसार, यह वीडियो 23 जून का है. इस दिन सांसद चंद्रशेखर आजाद ने नजीबाबाद के गांव चंद्रपुर में एक बैठक को संबोधित किया था. इस बैठक को संबोधित करते हुए नगीना सांसद ने कहा था कि अगर हिंदुओं की कांवड़ यात्रा के लिए 20 दिन तक सारे रास्ते बंद किए जाते हैं. अस्पताल भी बंद किए जाते हैं. उसपर किसी को दिक्कत नहीं होती. ऐसे में 20 मिनट की नमाज के लिए आपत्ति क्यों होती है?
'किसी नेता में इसकी हिम्मत नहीं'
इस वीडियो में नगीना सांसद ने आगे कहा कि, "यह मुद्दा सिर्फ चंद्रशेखर आजाद ने उठाया है. बाकी किसी नेता में इसकी हिम्मत नहीं है. इस दौरान वह हाथ में जल लेकर मुसलमानों को भरोसा दे रहे हैं कि वह मुसलमानों के साथ हैं. इस दौरान वीडियो में उन्हें आगे ये कहते हुए भी सुना जा रहा है कि, मैंने ये मुद्दा नेशनल मीडिया पर भी उठाया है.
ऐसे मुद्दे उठाने किसी और नेता के बस में नहीं है. इस दौरान चंद्रशेखर ये भी कहते हैं कि अगर दूसरे धर्म के लोग नमाज पढ़ने पर आपत्ति उठाते हैं या दूसरे धर्म का सम्मान नहीं करते तो वह किसी भी धर्म के नहीं हो सकते.