Ajab-Gajab: इस जगह की ये कैसी है परंपरा, जहां खुद की बेटी के साथ पिता करता है शादी और निभाता है सातों वचन
Ajab-Gajab: दुनिया की अजीबोगरीब परंपराएं काफी समय पहले से चली आ रही हैं वहीं कुछ जगह ऐसी भी हैं जहां पर आज भी हैरान कर देने वाली परंपराओं को अपनाया जा रहा है.
हाइलाइट
- दुनिया में ऐसी अजीबोगरीब परंपराएं निभाई जाती हैं जिनके बारे में आज तक आप ने कभी नहीं सुना होगा.
Ajab-Gajab: दुनिया में ऐसी अजीबोगरीब परंपराएं निभाई जाती हैं जिनके बारे में आज तक आप ने कभी नहीं सुना होगा. हिंदू धर्म में माता-पिता को काफी महत्व दिया जाता है. बच्चों के सुख-दुख में एक माता–पिता ही होते हैं जो अपने बच्चों की देखभाल और उनका हर तरह से खुश रखने की कोशिश करते हैं. लेकिन बाग्लादेश की मंडी जमजाति में चल रही एक ऐसी परंपरा जिनके बारे में सुनकर आप दंग रह जायेंगे.
दरअसल यहां के एक प्रथा को अहमियत देते हैं जिसमें एक पिता अपने खुद की बेटी के साथ शादी करता है साथ ही उसके बाद शादी के सातों वचन अपनी बेटी को पत्नि के रूप में देता है और जीवन भर दोनों साथ रहते हैं. यह परंपरा काफी चौंका देने वाली है जो भी व्यक्ति इस परंपरा के बारे में जानते हैं उन सभी लोगों को इस प्रथा पर विश्वास करना मुश्किल हो गया है.
चली आ रही है काफी समय पहले कुप्रथा
इस जनजाति के लोग सदियों से इस तरह की कुप्रथा का पालन कर रहे हैं. इस जनजाति के सभी मर्द जिस बच्ची को जन्म देते हैं उसका पालन-पोषण करते हैं समय आने पर बेटी के साथ सात फेंरे भी डालते हैं. पिता के साथ बेटी उनकी पत्नी बनकर पूरे जीवनभर उसका साथ निभाती है. इतना ही नहीं सुख-दुख में उसका साथ निभाती हैं.
सभी को हैरान कर देने वाली यह परंपरा जनजाति बाग्लादेश में निभाई जाती है. इस जगह को मंडी के नाम से भी जाना जाता है. इस जगह के लोग इस तरह की परंपरा का पालन करते हैं. यहां के मर्द जब कम उम्र में किसी विधवा महिला के साथ शादी करते हैं तो तभी ये बात तय कर ली जाती है कि आगे चलकर शख्स उस महिला की बेटी से ही शादी करेगा.
बचपन में पिता और बेटी के बड़े होने के बाद पति
इसमें महिला की पहली शादी से ही बेटी की बलि चढ़ाई जाती है. बचपन में जिस जिस शख्स को बच्ची अपना पिता मानती है बड़े होने के बाद उसी शख्स को अपना पति मानना पड़ता है. यह परंपरा काफी समय पहले से चली आ रही है आज भी य परंपरा निभाई जाती है.