ISKCON Monk: कौन हैं अमोघ लीला दास, आखिर ISKCON ने इनपर क्यों लगया है एक महीने का बैन?
ISKCON Monk: इन दिनों इस्कॉन संत अमोघ लीला दास काफी चर्चा में हैं. हाल ही में स्वामी विवेकानंद पर कही एक बात को लेकर ISKCON ने इनपर बैन लगा दिया है.
हाइलाइट
- स्वामी विवेकानंद को लेकर दिया था विवादित बयान.
Amogh Lila Das: इंटरनेशनल सोसाइटी ISKCON ने अपने एक संत पर एक महीने के लिए बैन लगा दिया है. ISKCON ने एक बयान जारी किया जिसमें अमोघ लीला दास के बयान को लेकर कहा गया कि 'अमोघ लीला दास के बयान से हम काफी दुखी हैं और यह बयान अनुचित है. इसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जा सकता. इसी वजह से ही अमोघ लीला दास पर एक महीने के लिए बैन लगाया गया है.'
क्यों लगाया गया बैन
अमोघ लीला दास की सोशल मीडिया पर काफी वीडियो वायरल होती हैं. हाल ही में उनका एक बया काफी वायरल हुआ जिसमें वो स्वामी विवेकानंद और उनके गुरु रामकृष्ण परमहंस को लेकर है. जिसमें उन्होंने कहा कि 'अगर स्वामी विवेकानंद मछली खाएं तो क्या वो एक सिद्ध पुरूष हैं? क्योंकि कभी कोई सिद्ध पुरूष मछली नहीं खाएगा क्योंकि मछली को भी दर्द होता है. सिद्ध पुरूष के दिल में करूणा होती है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि स्वामी विवेकानंद की कुछ चीजें स्वीकार्य नहीं हैं. इसके बाद ही इसपर काफी बवाल हुआ.
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग थे अमोघ दास लीला
अमोघ लीला दास दास लखनऊ से ताल्लुक हैं. उनका परिवार एक धार्मिक परिवार है. जानकारी के मुताबिक, अमोघ लीला दास ने कम उम्र में आध्यात्मिक यात्रा शुरू कर दी थी. जब वो साल 2000 में ही उन्होंने भगवान की तलाश में अपना घर छोड़ दिया. इसके बाद वो वापस आये और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की डिग्री भी पूरी की.
मल्टीनेशनल कॉरपोरेशन में कर चुके हैं काम
अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद अमोघ लीला दास ने अमेरिका की एक मल्टीनेशनल कॉरपोरेशन के लिए भी काम किया. 2010 में उन्होंने पना काम छोड़ने का फैसला किया और इस्कॉन में शामिल हो गए.