प्रेतों के साथ सेक्स कर रही थी महिला, पकड़े जाने पर लोगों ने जलाया जिंदा
आज भी समाज में अंधविश्वास और कुरीतियां पूरी तरह से खत्म नहीं हुई हैं. एक ऐसी ही कहानी यूरोप की एक महिला का है जिस पर आरोप था कि वो डायन थी और भूत-प्रेतों के साथ शारीरिक संबंध बनाती थी. इस महिला को डायन समझकर लोगों ने खूब यातनाएं दी थी और जिंदा जला दिया था. तो चलिए इसकी कहानी जानते हैं.
15वीं और 16वीं शताब्दी में यूरोप में डायन बिसाही की काफी चर्चा होती थी. उस समय अगर किसी महिला पर डायन होने का आरोप लगता, तो उसे न सिर्फ प्रताड़ित किया जाता, बल्कि कई बार उसे जिंदा जलाकर मौत के घाट उतार दिया जाता था. यही वजह से उस दौरान महिलाएं डरी हुई रहती थी.
यूरोप में ये घटनाएं इतनी बढ़ गई थीं कि कई महिलाओं को बिना किसी साक्ष्य के शैतान के साथ यौन संबंध बनाने के आरोप में जिंदा जलाया गया. यह महिलाओं के लिए एक भयावह समय था क्योंकि उन पर किसी भी समय डायन होने का आरोप लगाया जा सकता था.
यूरोप में डायन बिसाही का भय
जब भी किसी महिला पर डायन होने का आरोप लगता, तो उसकी जांच की जाती थी. इस दौरान उन्हें बुरी तरह से प्रताड़ित किया जाता. मारपीट, भूखा रखना, और गर्म लोहे से दागना जैसे बर्ताव आम थे. अगर पादरी को लगता कि महिला सच में डायन है, तो उसे मौत की सजा दी जाती थी. लेकिन मौत भी सामान्य नहीं होती थी, उसे तड़पाकर और शारीरिक यातनाएं देकर मारा जाता था. सबसे घातक यह था कि महिलाओं पर आरोप लगाकर उन्हें जिंदा जलाया जाता था.
प्रेत से शारीरिक संबंध बनाने का आरोप
यूरोप में डायन ठहराई गई महिलाओं पर आरोप लगता था कि वे शैतान (प्रेत) के साथ शारीरिक संबंध बनाती हैं. स्कॉटलैंड के टोरिबर्न में एक कब्र है, जहां लिलिस ऐडी नाम की महिला दफनाई गई थी. उस पर यह आरोप था कि वह शैतान के साथ यौन संबंध बनाती थी, जिसके कारण उसे जिंदा जलाकर मार दिया गया. ऐसा कहा जाता था कि डायन प्रेत से समझौता करती है और इसके बदले उसे अपनी इच्छाओं को पूरा करने का मौका देती थी.
भारत में भी हो रही हैं ऐसी हत्याएं
आज भी भारत में डायन बिसाही के आरोपों में हत्या की घटनाएं सामने आती हैं. एनसीआरबी के डाटा के मुताबिक, 2011 से 2022 तक भारत में 1500 से ज्यादा लोगों को डायन होने के शक में मौत के घाट उतार दिया गया. यह घटनाएं झारखंड, बिहार और अन्य राज्यों में ज्यादा देखने को मिलती हैं, जहां लोग अंधविश्वास के कारण किसी को डायन समझकर उसकी हत्या कर देते हैं.
क्या है डायन बिसाही
डायन बिसाही एक तरह का अंधविश्वास है. भारत में, जहां आदिवासी ज़्यादा पाए जाते हैं, वहां महिलाओं को ओझा द्वारा डायन घोषित करके हत्या तक कर दी जाती है. देश के कोने-कोने से ऐसे कई मामले सामने आए हैं. इन मामलों से निपटने के लिए डायन प्रथा प्रतिषेध अधिनियम, 2001 बनाया गया है. इस अधिनियम के तहत, अगर कोई व्यक्ति किसी महिला को डायन बताकर उसे शारीरिक या मानसिक यातना देता है, तो उसे छह महीने की जेल या दो हज़ार रुपये तक का जुर्माना हो सकता है.