गंगा से बाहर निकला पूरा गांव, 17 साल पहले हो गया था गायब
कटिहार
बिहार के कटिहार में गंगा के किनारे 17 साल पहले तक एक चौकचामा गांव हुआ करता था. उस समय 200 से ज्यादा परिवार इस गांव में रहा करते थे.
बाढ़ में तबाह हुआ गांव
उन्हीं दिनों गंगा में बाढ़ आई और गंगा की धारा ने दिशा बदल दिया. ऐसे में यह गांव कटान की चपेट में आ गया. इस गांव के सारे घर नदी की धारा में बह गए.
खेतीहर जमीन खाली हुई
अब 17 साल बाद एक बार फिर से गंगा की धारा ने दिशा बदल ली है और गांव की जमीन को छोड़ दिया है.
कुआं प्रकट हुआ
नदी का पानी हटते ही एक कुआं सामने आ गया. 17 साल पहले यह कुआं दो लोगों के घर के बीच में था.
बंगाल से ईंटे आईं
वहां के एक निवासी का कहना है कि यह कुआं उनके दादा ने खुदवाया था. इसके लिए बंगाल से ईंटे मंगाकर निर्माण कराया गया.
जमीन की सतह के ऊपर करीब 20 फुट
कटान में कुएं के पास की मिट्टी तो बह गई, लेकिन अब कुएं का ढांचा बचा है. यह ढांचा जमीन की सतह के ऊपर करीब 20 फुट है. हालांकि कुएं की गहराई इससे अधिक है.
लोगों का पलायन
गंगा ने जब इस गांव में कटान शुरू किया तो लोग एक एक कर गांव से चले गए. हालांकि अभी भी इस गांव के कई लोग पास के गांव में चले गए थे.
View More Web Stories