Savitribai Phule Birth Anniversary: विद्या ही सर्वश्रेष्ठ धन है, सावित्रीबाई फुले की सबसे पहली कविता
पहला स्कूल
सावित्रीबाई फुले ने 13 मई 1848 में पहला स्कूल खोला था जब वह बच्चों को पढ़ाती थी तो उस समस उनकी आयु कुल 9 वर्ष की थी.
संघर्ष
उसी दौरान उन्होंने एक ऐसी कविता लिखी जिसे आज भी याद किया जाता है साथ ही वहीं से उन्होंने लड़कियों के लिए संघर्ष जारी करना शुरू किया था.
पहली कविता
“सुनहरे दिन का उदय हुआ आओ प्यारे बच्चों आज, हर्ष उल्लास से तुम्हारा स्वागत करती हूं आज”
दूसरी कविता
विद्या ही सर्वश्रेष्ठ धन है सभी धन-दौलत से जिसके पास है ज्ञान का भंडार है वो ज्ञानी जनता की नज़रों में
तीसरी कविता
काम जो आज करना है, उसे करें तत्काल दोपहर में जो कार्य करना है, उसे अभी कर लो.
मौत
काम पूरा हुआ या नहीं न पूछे मौत आने से पूर्व कभी.
चौथी कविता
“चौका बर्तन से बहुत जरूरी है पढ़ाई, क्या तुम्हें मेरी बात समझ में आई?”
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