क्या है पॉलीग्राफी टेस्ट, जानिए कैसे सच उगलता है आरोपी


2024/08/20 10:56:49 IST

पॉलीग्राफ टेस्ट

    पॉलीग्राफ टेस्ट (Polygraph Test) को 'लाई डिटेक्टर टेस्ट' भी कहा जाता है.

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झूठ पकड़ने वाली मशीन

    पॉलीग्राफ टेस्ट को झूठ पकड़ने वाली मशीन भी कहते हैं.

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इसका इस्तेमाल

    इसका इस्तेमाल यह पता लगाने के लिए किया जाता है कि कोई व्यक्ति झूठ बोल रहा है या नहीं.

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धड़कन और सांस लेने की गति

    जब इस टेस्ट में किसी से सवाल पूछे जाते हैं तो मशीन उस व्यक्ति की धड़कन और सांस लेने की गति को मापती है.

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झूठ पकड़ने वाली मशीन

    झूठ पकड़ने वाली मशीन के नतीजों पर पूरी तरह से भरोसा नहीं किया जा सकता.

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कई बार यह गलत साबित

    कई बार यह गलत भी हो जाती है और इंसान की भावनाएं भी इस मशीन के नतीजों को बदल सकती हैं.

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शातिर अपराधी बोलते हैं झूठ

    इसके अलावा कई शातिर अपराधी शरीर की गतिविधियों को कंट्रोल कर झूठ बोल सकते हैं, जिसे आसानी से पकड़ा नहीं जा सकता है.

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अदालतों में नहीं होता स्वीकार

    इसलिए, अदालतों में सबूत के रूप में इसे स्वीकार नहीं किया जाता है.

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संजय रॉय का पॉलीग्राफी टेस्ट

    कोलकाता रेप और मर्डर केस में संजय रॉय का पॉलीग्राफी टेस्ट किया जाएगा.

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