भारत में पहली बार किसे दी गई थी 21 तोपों की सलामी
21 तोपों की सलामी
हमारे देश में 21 तोपों की सलामी का इतिहास लगभग 150 साल पुरानी है.
सम्मान
आज के दौर में गणतंत्र दिवस और स्वतंत्र दिवस के मौके पर विदेशी राष्ट्राध्यक्ष को सम्मान देने के लिए 21 तोपों की सलामी दी जाती है.
21 तोपों की सलामी
भारत में पहली बार 21 तोपों की सलामी प्रथम राष्ट्रपति को दी गई थी.
परंपरा
इसके बाद से यानी साल 1971 के बाद से 21 तोपों की सलामी देने की परंपरा शुरू हुई
सबसे बड़ा सम्मान
इस सम्मान को सबसे बड़ा सम्मान माना जाता है जिसे चुनिंदा अवसरों पर दी जाती है.
हैरानी वाली बात
हालांकि आपको जानकार हैरानी होगी कि, जिस तोप से सलामी दी जाती है उसमें 21 गोले तो होते हैं लेकिन तोपें सिर्फ 8 होती हैं.
7 तोपों से ही दी जाती है सलामी
लेकिन सलामी 7 तोपों से ही दी जाती है. बता दें कि, हर तोप से 3 गोले फायर किए जाते हैं इसलिए 21 तोपों की सलामी कहा जाता है.
View More Web Stories