समलैंगिक शादी को क्या मिलेगी मान्यता जानें सुप्रीम कोर्ट की 10 बड़ी दलीलें
चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़
आपको बता दें कि चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के नेतृत्व वाली 5 जजों की पीठ ने 18 April से इस मामले की सुनवाई शुरू की थी. जिसके बाद 11 मई को यह फैसला सुरक्षित रखा गया.
S Ravindra Bhatt
बता दें 20 अक्टूबर को पीठ के सदस्य जस्टिस S Ravindra Bhatt रिटायर हो जाएंगे. जिसको देखते हुए उम्मीद लगाई जा रही है कि इस मामले में फैसला 17 अक्टूबर यानी की आज मुकर्रर कर दिया जाएगा.
समलैंकिग शादी
इसमें दो पक्ष शामिल हैं, याचिकाकर्ता जिन्होंने समलैंकिग शादी को मान्यता देने की गुहार लगाई है. तो वहीं दूसरे पक्ष की तरफ से इसका विरोध किया जा रहा है.
याचिकाकर्ताओं में
याचिकाकर्ताओं में इसमें LGBTQIA+, सेम सेक्स कपल और ट्रांसजेंडर शामिल हैं.
समलैंगिकों की दलीलें -
1. बिना भेदभाव के सेम सेक्स मैरिज ( समलैंगिक विवाह ) को स्पेशल शादी के तहत मान्यता प्रदान की जाए.
Special Marriage Act
2. मौलिक आधिकार से जोड़ा मामला कहा Special Marriage Act में महिला - पुरुष के साथ - साथ जेंडर न्यूट्रल का भी होना चाहिए जिक्र
संसद से न जोड़ा जाए
3. इस मामले को संसद से न जोड़ा जाए कोर्ट में अनुच्छेद-32 के तहत रिट दाखिल करें.
शहरी वर्ग
4. खास शहरी वर्ग की सोच से न जोड़े मामले को
पैरेंट्स का हक
5. सेम सेक्स कपल को दें कानूनी पैरेंट्स का हक
केंद्र सरकार की दलील -
1. सरकार ने बताया जटिल विषय, समाज पर पड़ सकता है असर
कमैटी
2. कमैटी करेगी परीक्षण को लिए गठन.
विभिन्न धर्म
3. विभिन्न धर्म नहीं करते समलैंगिक शादी को स्वीकार
NCPCR
4. राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने किया समलैंगिक कपल को बच्चा गोद लेने का विरोध. इससे बच्चे के मानसिक और भावनात्मक विकास पर प्रभाव पड़ सकता है.
भविष्य में अधिकार के दावे
5. भविष्य में नजदीकी वर्जित संबंध में 'सेक्सुअल ओरिएंटेशन' और 'पसंद' के अधिकार के दावे हो सकते हैं शुरू.
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