इचिथोसिस बीमारी: जब नवजात की त्वचा हो जाती है प्लास्टिक जैसी, जानें इसके लक्षण और इलाज
कारण
इचिथोसिस का कारण माता-पिता के जीन में गड़बड़ी है. दोनों के क्रोमोसोम में असामान्य परिवर्तन के कारण बच्चे को यह बीमारी होती है.
मुख्य लक्षण
त्वचा पर मोटी और सख्त परत, त्वचा के विभिन्न हिस्सों में फटने की समस्या, आंखों और नाखूनों का अविकसित होना.
जीवनकाल
इचिथोसिस से प्रभावित बच्चों का जीवनकाल बहुत छोटा हो सकता है—कुछ दिन से लेकर कुछ साल तक. लगभग 50% बच्चे एक सप्ताह से ज्यादा जीवित नहीं रहते.
त्वचा पर संक्रमण
कठोर त्वचा के कारण बच्चे में संक्रमण का खतरा अधिक होता है, जो स्थिति को और जटिल बना सकता है.
जीवनभर की समस्याएं
हालांकि कुछ बच्चे ठीक हो सकते हैं लेकिन उन्हें जीवनभर त्वचा की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे त्वचा का सख्त होना और लगातार दर्द.
इलाज और देखभाल
इसका कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन समय पर उपचार और विशेष देखभाल से बच्चों की हालत में सुधार हो सकता है. नियमित स्किन मॉइस्चराइजेशन और संक्रमण से बचाव जरूरी है.
विशेष देखभाल
इचिथोसिस के मामलों में 10% बच्चों में इलाज से सुधार होता है, लेकिन जीवनभर त्वचा से जुड़ी समस्याएं रहती हैं. इचिथोसिस एक बहुत ही दुर्लभ और गंभीर बीमारी है. इसके लिए विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है.
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