लखनऊ का आखिरी नवाब, जिसने कैसरबाग महल का करवाया निर्माण
जन्म
वाजिद अली शाह की पैदाइश 30 जुलाई 1822 यानी जीकाद 1237 हिजरी को लखनऊ में हुई थी.
नाम
उनका पूरा नाम मिर्ज़ा कैसर जहां वाजिद अली शाह था. उन्होंने अपने नाम में उपनाम के तौर पर 'अख़्तर' जोड़ रखा था.
पिता
उनके पिता का नाम अमजद अली शाह था, जो अवध के चौथे नवाब थे.
कैसरबाग महल
जैसे ही वह सिंहासन पर आए, उन्होंने कैसरबाग महल का निर्माण शुरू कर दिया. इस विशाल परिसर में 80 लाख रूपये के फर्नीचर और सजावट शामिल हैं.
संगीत
वाजिद अली शाह कविता और संगीत के प्रेमी थे, उन्हें मुशायरों का बेहद शौक था.
सत्ता से बेदखल
अंग्रेजों ने वाजिद अली शाह को अवध की सत्ता से बेदखल करके कोलकाता के मटियाबुर्ज इलाके में भेज दिया.
शायरी
यहां पर कैद से छूटने के बाद उन्होंने नई जिंदगी जीना शुरू किया. उन्होंने फिर से खुद को शायरी की तरफ मोड़ा.
गजल
कोलकाता में रहते वक्त उन्होंने एक गजल लिखी, जिसमें वो लखनऊ के बारे में भी लिखा.
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