राहत इंदौरी के वे मशहूर शेर जो मरने के बाद भी उन्हें जिंदा कर गए
झंझोड़ दूंगा उसे
1. कभी अकेले में मिलकर झंझोड़ दूंगा उसे
जहां - जहां से वो टूटा है जोड़ दूंगा उसे
मर थोड़ी जाएंगे
2. हर एक इम्तिहान से गुजर थोड़ी जाएंगे
तुमसे नहीं मिले तो मर थोड़ी जाएंगे
मुझसे बिछड़कर वो
3. मुझसे बिछड़कर वो भी कहां पहले जैसी है
फीके पड़ गए कपड़े - जेवर सब
हाथों में कोहिनूर होना चाहिए
4. फैसला जो कुछ भी हो मंजूर होना चाहिए
जंग हो या इश्क हो भरपूर होना चाहिए
कट चुकी है उम्र सारी जिनकी पत्थर तोड़ते
अब तो इन हाथों में कोहिनूर होना चाहिए
कातिल
5. अब कहां ढंढने जाओगे हमारे कातिल
आप तो क़त्ल का इल्ज़ाम हमी पर रख दो
दोहरे नकाब
6. दिलों में आग, लबों पर गुलाब रखते हैं
सब अपने चेहरों पर दोहरे नकाब रखते हैं
हमें चिराग समझकर बुझा ना पाओगे
हम अपने घर में कई आफताब रखते हैं..
राज़
7. राज़ जो कुछ हो इशारों में बता भी देना
हाथ जब उससे मिलाना तो दबा भी देना
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