तुम्हें याद ही न आऊँ ये है और बात वर्ना, पढ़ें तग़ाफ़ुल पर बेहतरीन शेर


2024/01/30 15:33:54 IST

तग़ाफ़ुल

    इक तर्ज़-ए-तग़ाफ़ुल है सो वो उन को मुबारक, इक अर्ज़-ए-तमन्ना है सो हम करते रहेंगे

Credit: freepik

तग़ाफ़ुल

    इस नहीं का कोई इलाज नहीं, रोज़ कहते हैं आप आज नहीं

Credit: freepik

तग़ाफ़ुल

    हम ने माना कि तग़ाफ़ुल न करोगे लेकिन, ख़ाक हो जाएँगे हम तुम को ख़बर होते तक

Credit: freepik

तग़ाफ़ुल

    कभी यक-ब-यक तवज्जोह कभी दफ़अतन तग़ाफ़ुल, मुझे आज़मा रहा है कोई रुख़ बदल बदल कर

Credit: freepik

तग़ाफ़ुलl

    उस ने बारिश में भी खिड़की खोल के देखा नहीं, भीगने वालों को कल क्या क्या परेशानी हुई

Credit: freepik

तग़ाफ़ुल

    ये अदा-ए-बे-नियाज़ी तुझे बेवफ़ा मुबारक, मगर ऐसी बे-रुख़ी क्या कि सलाम तक न पहुँचे

Credit: freepik

तग़ाफ़ुल

    हर एक बात के यूँ तो दिए जवाब उस ने , जो ख़ास बात थी हर बार हँस के टाल गया

Credit: freepik

View More Web Stories