क्रोध हमारा ऐसा शत्रु है जिसका चेहरा हमारे मित्र जैसा लगता है...पढ़ें भगवान राम के अनमोल विचार
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम
हिंदू धर्म की मान्यता है कि, मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का नाम लेने से ही मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है. वहीं अगर उनके अनमोल विचार को अपने जीवन में अनुसरण करते हैं तो जीवन सफल हो जाता है...
क्रोध-
क्रोध हमारा शत्रु है और ये हमारे जीवन का अंत करने में समर्थ है.
क्रोध
क्रोध एक तलवार की तेज धार की भांति है... क्रोध हमारा सब कुछ नष्ट कर सकता है.
भगवान राम
सच्चे और बलवान लोग फालतू बातों पर नहीं दहाड़ते हैं...वे युद्ध में अपना शौर्य दिखाते हैं.
भगवान राम
जो दूसरे को कष्ट और दुख देता है और उसपे अत्याचार करता है..ऐसे दुष्ट राक्षस को लोग एक न एक दिन उसी प्रकार मार देते हैं, जैसे एक जहरीले सांप को मार डालते हैं.
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम
जिनके मन में सदैव दूसरे का हित करने की अभिलाषा रहती है उनके लिए संपूर्ण जगत में कुछ भी दुर्लभ नहीं है.
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम
चरित्रहीन व्यक्ति की मित्रता उस पानी की बूंद की भांति होती है जो कमल के फूल की पत्ती पर होते हुए भी उससे चिपक नहीं सकती है.
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