वेश्यालय की मिट्टी से क्यों बनती है मां दुर्गा की प्रतिमा
नवरात्रि
उत्तर भारत और उत्तर पूर्व से लेकर देशभर में नवरात्रि का पावन त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है.
दुर्गोसत्व
इसमें मां दुर्गा की पूजा होती है. इसलिए इस पर्व को दुर्गोसत्व या दुर्गा पूजा भी कहते हैं.
पंडाल
देशभर में कई पूजा पंडाल बनाए जाते हैं और यहां मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाती है.
मिट्टी
लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि, मां दुर्गा की मूर्ति के निर्माण के लिए वेश्याओं की आंगन की मिट्टी का इस्तेमाल किया जाता है.
पौराणिक कथा
एक पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार कुछ वेश्याएं गंगा स्नान के लिए जा रही थीं. तभी उन्होंने घाट पर एक कुष्ठ रोगी को बैठे हुए देखा.
गंगा स्नान
वह रोगी लोगों से गंगा स्नान करवाने के लिए कह रहा था, लेकिन आते जाते लोगों में किसी ने भी उसकी गुहार नहीं सुनी.
भगवान शिव
इसके बाद वेश्याओं ने उस रोगी को गंगा स्नान करवाया. वह कुष्ठ रोगी और कोई नहीं बल्कि भगवान शिव थे.
वरदान
शिवजी वेश्याओं से प्रसन्न हुए और उन्हें वरदान मांगने को कहा.
दुर्गा प्रतिमा
तब वेश्याओं ने कहा कि, हमारे आंगन की मिट्टी के बिना दुर्गा प्रतिमा ना बन पाए.
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