कोलकत्ता से कैसे बनी देश की राजधानी दिल्ली
आजाद
16 साल बाद ही देश आजाद हो गया. अंग्रेजों को वापस जाना पड़ा.
Credit: googleउद्घाटन
13 फरवरी 1931 को दिल्ली को राजधानी के रूप में औपचारिक उद्घाटन किया गया.
Credit: googleकिंग जॉर्ज पंचम
साल 1911 में ब्रिटेन के किंग जॉर्ज पंचम पहली बार भारत भ्रमण पर आए.
Credit: googleदरबार
विरोध चरम पर था. उनके लिए कोलकत्ता की जगह दिल्ली में दरबार लगाया गया.
Credit: googleघोषणा
12 दिसंबर 1911 को भारत की राजधानी कोलकत्ता से दिल्ली शिफ्ट करने की घोषणा की.
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उस समय अंग्रेज कोलकत्ता को ही राजधानी मानते थे साथ ही यहीं से शासन किया करते थे.
Credit: googleकोशिश
अंग्रेज सरकार ने इस विद्रोह को दबाने की बड़ी कोशिश की लेकिन मामला बढ़ता ही गया.
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