शायर बशीर बद्र के 10 बेहतरीन शेर.....
बशीर बद्र
अभी राह में कई मोड़ हैं कोई आएगा कोई जाएगा,
तुम्हें जिस ने दिल से भुला दिया उसे भूलने की दुआ करो
बशीर बद्र
अच्छा तुम्हारे शहर का दस्तूर हो गया,
जिस को गले लगा लिया वो दूर हो गया
बशीर बद्र
अगर फ़ुर्सत मिले पानी की तहरीरों को पढ़ लेना,
हर इक दरिया हज़ारों साल का अफ़्साना लिखता है
बशीर बद्र
अगर तलाश करूँ कोई मिल ही जाएगा,
मगर तुम्हारी तरह कौन मुझ को चाहेगा
बशीर बद्र
अजीब शख़्स है नाराज़ हो के हँसता है,
मैं चाहता हूँ ख़फ़ा हो तो वो ख़फ़ा ही लगे
बशीर बद्र
इसीलिए तो यहाँ अब भी अजनबी हूँ मैं,
तमाम लोग फ़रिश्ते हैं आदमी हूँ मैं
बशीर बद्र
उड़ने दो परिंदों को अभी शोख़ हवा मे,
फिर लौट के बचपन के ज़माने नहीं आते
बशीर बद्र
उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो,
न जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए
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