सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने किया सिंगापुर के प्रमुख सुरक्षा केंद्रों का दौरा
सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने सिंगापुर में चांगी नौसेना अड्डे पर चांगी क्षेत्रीय एचएडीआर समन्वय केंद्र और सूचना फ्यूज़न केंद्र का बुधवार को दौरा किया जहां उन्हें प्रतिक्रिया देने वाले तंत्र और समुद्री सुरक्षा को बढ़ाने के लिए उठाए गए उपायों के बारे में जानकारी दी गई।
एजेंसी। सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने सिंगापुर में चांगी नौसेना अड्डे पर चांगी क्षेत्रीय एचएडीआर समन्वय केंद्र और सूचना फ्यूज़न केंद्र का बुधवार को दौरा किया जहां उन्हें प्रतिक्रिया देने वाले तंत्र और समुद्री सुरक्षा को बढ़ाने के लिए उठाए गए उपायों के बारे में जानकारी दी गई। सिंगापुर की तीन दिवसीय यात्रा पर आए थल सेना प्रमुख ने मंगलवार को सिंगापुर के शीर्ष सैन्य नेतृत्व के साथ बातचीत की तथा द्विपक्षीय सैन्य सहयोग को और बढ़ाने संबंधी रूपरेखा पर चर्चा की।
भारतीय सेना के अतिरिक्त जन सूचना महानिदेशालय (एडीजी पीआई) ने ट्विटर पर बताया, “जनरल एमएम नरवणे ने सिंगापुर में क्षेत्रीय एचएडीआर समन्वय सेंटर और सूचना फ्यूज़न केंद्र का दौरा किया। सेना प्रमुख को बहु-राष्ट्र एचएडीआर प्रतिक्रिया तंत्र के समन्वय और समुद्री सुरक्षा बढ़ाने के उपायों के बारे में जानकारी दी गई।” जनरल नरवणे ‘‘गोह केंग स्वी कमांड एंड स्टाफ कॉलेजेस डिस्टिंग्विश्ड स्पीकर्स डायलॉग’’ में भाषण भी देंगे जिसका शीर्षक ‘भारत का सामरिक दृष्टिकोण’ है।
जनरल नरवणे अपने दौरे के पहले दिन सोमवार को सिंगापुर में क्रांजी युद्ध स्मारक गए और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वालों को श्रद्धांजलि दी थी। उन्होंने फोर्ट कैनिंग में बैटल बॉक्स बंकर का भी दौरा किया। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 1936 में ब्रिटिश बलों ने जमीन से नौ मीटर नीचे इस गुप्त कमांड केंद्र को बनाया था। उनकी यात्रा सिंगापुर और भारत के बीच मजबूत और लंबे समय से चले आ रहे द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को रेखांकित करती है।
सिंगापुर सेना और भारतीय फौज द्विपक्षीय अभ्यासों, पेशेवर आदान-प्रदान व यात्राओं के माध्यम से नियमित रूप से बातचीत करती रहती हैं। सिंगापुर के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इन पारस्परिक रूप से लाभकारी बातचीत ने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को गहरा किया है, आपसी समझ को बढ़ाया है और दोनों सेनाओं के बीच सहयोग को मजबूत किया है।