किंग चार्ल्स तृतीय को ऐतिहासिक समारोह में महाराजा घोषित कर दिया गया. ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद उनके बेटे चार्ल्स तृतीय को शनिवार को ‘एक्सेशन काउंसिल’ के समारोह में औपचारिक तौर पर ब्रिटेन का नया महाराज बनाया गया. वे ब्रिटेन के 40वें सम्राट बने हैं. पुरानी परंपरा को तोड़ते हुए समारोह का पहली बार टेलीविजन पर प्रसारण किया गया. ये समारोह लंदन के सेंट जेम्स पैलेस में आयोजित किया गया.
किंग चार्ल्स तृतीय अपनी पत्नी क्वीन कॉन्सर्ट कैमिला और अपने बेटे एवं उत्तराधिकारी प्रिंस विलियम के साथ समारोह में शरीक हुए. प्रिंस विलियम नए प्रिंस ऑफ वेल्स हैं. इस दौरान पीएम लिज ट्रस और अन्य लोग उपस्थित रहे. राजा घोषित होने के बाद किंग चार्ल्स-III ने अपनी मां महारानी एलिजाबेथ के निधन पर कहा कि मेरी प्यारी मां, हमारी महारानी के निधन की घोषणा करना मेरा दुखद कर्तव्य है.
मुझे पता है कि हम सभी को हुई इस अपूरणीय क्षति में आप मेरे साथ कितनी गहरी सहानुभूति रखते हैं. मैं अपनी प्यारी पत्नी के निरंतर समर्थन से प्रोत्साहित हूं. उन्होंने कहा कि मैं कर्तव्यों और संप्रभुता की भारी जिम्मेदारियों के बारे में जागरूक हूं. मैं जीवन भर वफादारी, सम्मान और प्यार के साथ सेवा करने का प्रयास करूंगा. इन जिम्मेदारियों को निभाने में, मैं उस प्रेरक उदाहरण का पालन करने का प्रयास करूंगा जो मैंने संवैधानिक सरकार को बनाए रखने के लिए स्थापित किया है.
इन द्वीपों और दुनिया भर में राष्ट्रमंडल क्षेत्रों के लोगों की शांति, सद्भाव और समृद्धि के लिए प्रयास करूंगा. किंग चार्ल्स-III ने बीते दिन महारानी क्वीन एलिजाबेथ-II के निधन के बाद ब्रिटेन को संबोधित किया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि महामहिम महारानी, मेरी प्यारी मां, मेरे और मेरे पूरे परिवार के लिए एक प्रेरणा और उदाहरण थीं. उनके निधन से मुझे सबसे ज्यादा दुख हुआ है. मैं उनके द्वारा जीवनभर की गई सेवा को जारी रखने का संकल्प लेता हूं.
प्रोटोकॉल के अनुसार चार्ल्स अपनी मां की मृत्यु के बाद राजा बन गए थे, लेकिन परिग्रहण परिषद नए सम्राट के नाम की आधिकारिक घोषणा करने की औपचारिकता को पूरा करती है. राज्याभिषेक परिषद में प्रिवी काउंसलर शामिल हैं, आधिकारिक तौर पर महामहिम की सबसे माननीय प्रिवी परिषद, या प्रिवी काउंसिल के रूप में जाना जाता है. वे यूनाइटेड किंगडम (यूके) के संप्रभु के औपचारिक सलाहकारों के समूह हैं. परिग्रहण परिषद में राज्य के प्रमुख अधिकारी, लंदन के लॉर्ड मेयर, दायरे के उच्चायुक्त और वरिष्ठ सिविल सेवक भी शामिल हैं.
नए सम्राट की ताजपोशी पिछले सम्राट की मृत्यु के 24 घंटे के भीतर होती है, लेकिन इस बार इसमें ज्यादा वक्त लगा. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के दो दिन बाद सम्राट की ताजपोशी हुई है. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार को स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में 96 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था. ब्रिटेन की परिग्रहण परिषद आखिरी बार 1952 में किंग जॉर्ज VI की मृत्यु के बाद बुलाई गई थी, जिसके बाद 25 वर्षीय एलिजाबेथ द्वितीय को ब्रिटेन की महारानी घोषित किया गया था. एलिजाबेथ को 2 जून, 1953 को ताज पहनाया गया था. First Updated : Saturday, 10 September 2022