चीन की नाराजगी के बावजूद अमेरिकी सीनेटर पहुंचे ताइवान
चीन की नाराजगी को दरकिनार करते हुए अमेरिकी सीनेअ वाणिज्य और सशस्त्र सेवा समितियों के एक और सांसद ताइवान पहुंचे हैं। यह किसी प्रतिष्ठित अमेरिकी तीसरी यात्रा है। सीनेटर मार्शा ब्लैकबर्न अमेरिकी सैन्य विमान से ताइवान की राजधानी ताइपे पहुंची। इसकी पुष्टि एक टीवी फुटेज से की गई है।
चीन की नाराजगी को दरकिनार करते हुए अमेरिकी सीनेअ वाणिज्य और सशस्त्र सेवा समितियों के एक और सांसद ताइवान पहुंचे हैं। यह किसी प्रतिष्ठित अमेरिकी तीसरी यात्रा है। सीनेटर मार्शा ब्लैकबर्न अमेरिकी सैन्य विमान से ताइवान की राजधानी ताइपे पहुंची। इसकी पुष्टि एक टीवी फुटेज से की गई है।
ब्लैकबर्न के कार्यालय ने बताया कि ताइवान के विदेश मंत्रालय के महानिदेशक डगलस सू ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया। ब्लैकबर्न ने एक बयान में कहा कि भारत-प्रशांत क्षेत्र में ताइवान हमारा सबसे मजबूत साझेदार है। चीन ताइवान में लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार की कड़ी आपत्तियों के खिलाफ ताइवान को अपने अधिकार क्षेत्र के रूप में दावा करता है। अगस्त की शुरुआत में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी के दौरे के बाद चीन ने ताइवान के पास सैन्य अभ्यास शुरू किया।
ताइवान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ब्लैकबर्न अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन से मिलने वाली थी, जो शनिवार को समाप्त हो रही थी। साथ ही शीर्ष सुरक्षा अधिकारी वेलिंगटन कू और विदेश मंत्री जोसेफ वू भी थे। मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दोनों पक्ष ताइवान-अमेरिका सुरक्षा, आर्थिक और व्यापार संबंधों जैसे मुद्दों पर व्यापक चर्चा करेंगे।
ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय के मुताबिक, साई शुक्रवार सुबह ब्लैकबर्न से मुलाकात करेंगी। वाशिंगटन में चीन के दूतावास के प्रवक्ता लियू पेंग्यु ने इसे उकसावे की कार्रवाई बताया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ताइवान जलडमरूमध्य में स्थिरता नहीं देखना चाहता है और दोनों पक्षों के बीच टकराव लाने और चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।