इजरायली सेना ने रविवार को कब्जे वाले वेस्ट बैंक में तीन फिलिस्तीनी बंदूकधारियों को मार गिराया। यह फिलिस्तीनी वेस्ट बैंक में सैनिकों पर फायरिंग कर रहे थे। इसके बाद इजरायली सेना ने कार्रवाई करते हुए फिलिस्तीनी बंदूकधारियों को मार गिराया। इजरायली सेना ने कहा कि क्षेत्र में हिंसा की एक साल की लहर में यह रक्तपात की नवीनतम घटना है।
इजरायली सेना के मुताबिक, एक फिलिस्तीनी बंदूकधारी ने खुद को छिपाने की कोशिश की। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि नब्लस शहर के पास तीन लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। फिलहाल, तुरंत मारे गए फिलिस्तीनियों की पहचान का खुलासा नहीं किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस साल की शुरुआत से अब तक करीब 80 फ़िलिस्तीनियों मौत हो गई है। क्योंकि इजरायली सेना लगातार वेस्ट बैंक में गिरफ्तारी और छापेमारी कर रही है। वहीं इस साल फिलिस्तीनी हमलों में 14 लोगों की मौत भी हुई है।
यह घटना पिछले सप्ताह वेस्ट बैंक के जबा गांव पर एक इजरायली सैन्य हमले के बाद हुई। जहां तीन फिलिस्तीनी आतंकवादी मारे गए थे। इस घटना के बाद एक फिलिस्तीनी बंदूकधारी ने इजरायल में एक व्यस्त तेल अवीव मार्ग पर आग लगा दी थी और तीन लोगों को गोली मारकर हत्या कर दी। कई सालों से वेस्ट बैंक में इजरायली और फिलिस्तीनियों के बीच हिंसा चल रही है।
इजरायली सेना का कहना है कि मारे गए फिलिस्तीनी ज्यादातर चरमपंथी थे, लेकिन इस बीच पथराव करने वाले युवक और विरोध करने वाले अन्य लोग भी मारे गए हैं जो टकराव में शामिल नहीं थे। इजरायल का कहना है कि आतंकवादी नेटवर्क को खत्म करने और भविष्य के हमलों को रोकने के लिए छापे जरूरी हैं, लेकिन हमले कम होने के बजाय तेज होते दिख रहे हैं।
फिलिस्तीनी छापे को इजरायल द्वारा 55 साल के कब्जे के रूप में देखते हैं। इजरायल ने 1967 के युद्ध में वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और पूर्वी यरुशलम पर कब्जा कर लिया। फिलीस्तीनी अपने भविष्य के स्वतंत्र राज्य के लिए उन क्षेत्रों की तलाश करते है।