रमजान में कुरान जलाने पर भड़के सऊदी समेत कई इस्लामिक देश, तुर्की ने डेनमार्क के राजदूत को किया तलब
यूरोपीय देश डेनमार्क में कुरान जलाने की घटना को लेकर सऊदी, पाकिस्तान समेत कई देशों ने कड़ा विरोध जताया है। इस घटना के बाद कुछ देशों में विरोध प्रदर्शन भी किया शुरू हो गए है।
यूरोपीय देश डेनमार्क में फिर से कुरान जलाने पर सऊदी, तुर्की, पाकिस्तान समेत कई इस्लामिक देशों ने इसका कड़ा विरोध किया है। इस्लामिक अनुयायियों के पवित्र महीने रजमान में डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में कुरान जलाने की घटना के बाद कई इस्लामिक देशों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डेनमार्क में एंटी-मुस्लिम दक्षिण पंथी समूह द्वारा सोशल मीडिया पर कुरान जलाने का लाइव प्रसारण किया। इस्लामिक देशों की ओर से इस घटना का कड़ा विरोध जता रहे है।
इस घटना को लेकर तुर्की, सऊदी अरब, यूएई, पाकिस्तान समेत कई इस्लामिक देशों में प्रदर्शन शुरू हो गए है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार को डेनमार्क में एक एंटी-मुस्लिम दक्षिण पंथी समूह के सदस्यों ने डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में स्थित तुर्की दूतावास के सामने तुर्की के झंडे में आग लगाई और इसके बाद कुरान की प्रति भी जलाई गई।
तुर्की सरकार ने डेनमार्क के राजदूत को तलब कर इस घटना का कड़ा विरोध जताया है। इस घटना को लेकर सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने कहा कि "सऊदी अरब कोपेनहेगन में तुर्की के दूतावास के सामने एक चरमपंथी समूह द्वारा पवित्र कुरान को जलाने की कड़े शब्दों में निंदा करता है। सऊदी किंगडम संवाद, सहिष्णुता और सम्मान के मूल्यों को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल देता है और नफरत और उग्रवाद को अस्वीकार करता है।"
पाकिस्तान ने जताया कड़ा विरोध
कोपेनहेगन में कुरान की प्रति जलाने की घटना का पाकिस्तान सरकार ने भी विरोध किया है। पाकिस्तान के विदेश विभाग की प्रवक्ता मुमताज जाहरा बलोच ने कहा कि "दुनिया में जानबूझकर इस तरह की घटनाओं की दोहराया जा रहा है। यह घटना मुस्लिमों और उनकी आस्था के खिलाफ बढ़ती नफरत, नस्लवाद और इस्लामोफोबिया का एक स्पष्ट उदाहरण है।"
डेनमार्क में दूसरी बार जलाई गई कुरान
रिपोर्ट के मुताबिक, डेनमार्क में इस साल कुरान जलाने की यह दूसरी घटना है। इस बार यह घटना कोपेनहेगन में स्थित तुर्की के दूतावास के सामने हुई। इस दौरान तुर्की के झंडे को भी जलाया गया। इस घटना को लेकर तुर्की ने कड़ा विरोध जताया है। साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।