Monkeypox: अमेरिका में मंकीपॉक्स के मामले बढ़ने से मचा हाहाकार, सैन फ्रांसिस्को में लगा आपातकाल

मंकीपॉक्स के सर्वाधिक मामले यूरोप और अमेरिका में देखने को मिल रहे हैं। मंकीपॉक्स के 95 फीसदी मामले यूरोप और अमेरिका में हैं। अमेरिका में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों के बीच सैन फ्रांसिस्को में आपातकाल लगाया गया। मंकीपॉक्स के तेजी से बढ़ते मामलों के कारण अमेरिका के कुछ राज्यों में हड़कंप मच गया है।

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मंकीपॉक्स के सर्वाधिक मामले यूरोप और अमेरिका में देखने को मिल रहे हैं। मंकीपॉक्स के 95 फीसदी मामले यूरोप और अमेरिका में हैं। अमेरिका में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों के बीच सैन फ्रांसिस्को में आपातकाल लगाया गया। मंकीपॉक्स के तेजी से बढ़ते मामलों के कारण अमेरिका के कुछ राज्यों में हड़कंप मच गया है।

पश्चिमी अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया के सैन फ्रांसिस्को में अधिकारियों ने शहर में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों के मद्देनजर आपातकाल की घोषणा कर दी है। सैन फ्रांसिस्को के स्वास्थ्य अधिकारी सुसान फिलिप ने कहा कि हम चाहते हैं कि जनता हमारे संसाधनों का इस्तेमाल कर पाए। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी का ऐलान स्वास्थ्य आदेशों के तहत किया गया है।

मंकीपॉक्स के केस बढ़ने के बाद कैलिफोर्निया के सीनेटर स्कॉट वीनर ने कहा कि सैन फ्रांसिस्को में आपातकाल लगाने का फैसला बेहद महत्वपूर्ण कदम है। बता दें कि बुधवार को सैन फ्रांसिस्को में 261 लोग मंकीपॉक्स से संक्रमित पाए गए हैं। सैन फ्रांसिस्को के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा, उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि मंकीपॉक्स का सबसे ज्यादा असर यूरोप और अमेरिका में देखने को मिला है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ट्रेडोस एडनॉम घेब्रेयियस ने कहा कि मंकीपॉक्स के 95 फीसदी मामले यूरोप और अमेरिका में मिले हैं। दुनिया भर के 78 देशों में 18000 से अधिक मामले सामने आए हैं। इनमें से 70 फीसदी से अधिक मामले यूरोप से तो 25 फीसदी मामले अमेरिका से सामने आए हैं।

गौरतलब है कि 23 जुलाई को डब्ल्यूएचओ ने आधिकारिक तौर पर मंकीपॉक्स को हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया था। डब्ल्यूएचओ ने देशों से अपील की थी कि मंकीपॉक्स को लेकर गंभीर रहें ताकि जल्द से जल्द इसकी रोकथाम की जा सके। First Updated : Friday, 29 July 2022