पड़ोसी देश नेपाल को रामचंद्र पौडेल के रूप में नया राष्ट्रपति मिल गया है। सोमवार को नेपाली राष्ट्रपति के कार्यालय शीतल निवास में आयोजित समारोह में देश के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश हरिकृष्ण कार्की ने 78 वर्षीय रामचंद्र पौडेल को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई है। इस मौके पर नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचण्ड, स्पीकर देव राज घिमिरे, नेशनल असेंबली के अध्यक्ष गणेश प्रसाद तिमिल्सिना के अलावा कई अधिकारी मौजूद रहे। बता दें कि पौडेल पूर्व राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी की जगह ली है। उनका कार्यकाल 12 मार्च को समाप्त हो गया था।

जानकारी के लिए बता दें कि रामचंद्र पौडेल नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे हैं। नेपाल में इस महीने हुए राष्ट्रपति चुनाव में पौडेल ने प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड की अगुवाई वाले सत्‍तारूढ़ गठबंधन के समर्थन से अपनी दावेदारी पेश की थी। गुरूवार को पौडेल ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-एकीकृत मार्क्सिस्ट लेनिनिस्ट (सीपीएन-यूएमएल) के सुबास चंद्र नेमबांग को हराकर देश के राष्ट्रपति चुने गए।

न्यायाधीश हरिकृष्ण कार्की ने दिलाई शपथ

सोमवार को नेपाली राष्ट्रपति के आधिकारिक कार्यालय शीतल निवास में आयोजित एक शपथ समारोह में नेपाल के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश हरिकृष्ण कार्की ने रामचंद्र पौडेल को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस दौरान नेपाल के पीएम पुष्पकमल दहल प्रचण्ड, स्पीकर देव राज घिमिरे, नेशनल असेंबली के अध्यक्ष गणेश प्रसाद तिमिल्सिना के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद उपस्थित रहे।

इससे पहले रविवार यानी की कल नेपाल की निवर्तमान राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी का कार्यकाल समाप्त हो गया था। नेपाल के संविधान के मुताबिक, राष्ट्रपति के कार्यकाल की अवधि निर्वाचन की तारीख से पांच साल तक होती है और कोई भी व्यक्ति इस पद केवल दो कार्यकाल के लिए ही चुना जा सकता है। साल 2008 में नेपाल को गणतंत्र घोषित किए जाने के बाद पौडेल देश के तीसरे राष्ट्रपति बने है।

बता दें कि नेपाली राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल का जन्‍म सितंबर, साल 1944 में हुआ था। उन्होंने साहित्य में एमए किया है। वह पिछले कई सालों से राजनीति में सक्रिय है। पौडेल नेपाल के उप प्रधानमंत्री और प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं दी है। साल 2022 के आम चुनावों में उन्‍हें संसद के सदस्य के रूप में चुना गया था।