नोबेल शांति पुरस्कार 2022 का ऐलान हो गया है। इस साल का नोबेल पीस प्राइज (नोबेल शांति पुरस्कार) एक व्याक्ति और दो संगठनों को दिया जाएगा। इस पुरस्कार के लिए बेलारूस के ह्यूमन राइट्स एडवोकेट आलिस बिलिआत्स्के को चुना गया है।
बिलिआत्स्के के अलावा यह नोबेल पुरस्कार रशियन ह्यमून राइट्स ऑर्गनाइजेशन मेमोरियल और यूक्रेनियन ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज दो संगठनों को दिया गया है। यह दोनों संगठन मानवाधिकार के लिए काम करते हैं। नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में इसकी घोषणा की गई।
साल 1980 में आलिस बिलिआत्स्के ने बेलारूस की तानाशाही के खिलाफ डेमोक्रेसी मूवमेंट का शुरू किया था। वे आज भी अपने देश में सच्चा लोकतंत्र स्थापित करने की लड़ाई लड़ रहे है। इन्होंने विसाना नाम का ऑर्गनाइजेशन शुरू किया है। यह संगठन जेल में बंद लोकतंत्र समर्थकों के लिए कानूनी मदद मुहैया कराता है। आलिस को साल 2020 में गिरफ्तार कर लिया गया था और वे अभी जेल में बंद है।
इस बार का नोबेल शांति पुरस्कार बेलारूस के ह्यूमन राइट्स एडवोकेट बिलिआत्स्के, रूसी समूह मेमोरियल और यूक्रेनी संगठन सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज को देने की घोषणा की गई है।
वहीं पिछले साल का नोबेल पुरस्कार रूस के पत्रकार दिमित्री मुरातोव और फिलीपीन्स के पत्रकार मारिया रेसा को दिया गया था। यह पुरस्कार उन्हें लोकतंत्र, अभिव्यक्ति की आजादी की आवाज को उठाने के लिए दिया गया।
इससे पहले गुरूवार को स्वीडिश अकादमी ने फ्रांसीसी लेखिका एनी एरनॉक्स को इस साल साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार देने का ऐलान किया। जबकि 10 अक्टूबर को अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा की जाएगी। First Updated : Friday, 07 October 2022