Operation Dost: 135 टन राहत सामग्री के साथ भारतीय सेना का एक और विमान तुर्की पहुंचा
तुर्की और सीरिया में छह फरवरी को आए भूकंप में अब तक 19000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। भूकंप के बाद मृतकों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस बीच भारतीय सेना भी लगातार राहत एंव बचाव में जुटी हुई है। भारत सरकार ऑपरेशन दोस्त के तहत राहत सामग्री भेज रही है। इसी कड़ी में गुरूवार को भारत ने राहत सामग्री से भरा एक और विमान तुर्की भेजा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि 9 फरवरी को छठा विमान तुर्की पहुंच गया है।
तुर्की और सीरिया में छह फरवरी को आए भूकंप में अब तक 19000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। भूकंप के बाद मृतकों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस बीच भारतीय सेना भी लगातार राहत एंव बचाव में जुटी हुई है। भारत सरकार ऑपरेशन दोस्त के तहत राहत सामग्री भेज रही है। इसी कड़ी में गुरूवार को भारत ने राहत सामग्री से भरा एक और विमान तुर्की भेजा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि 9 फरवरी को छठा विमान तुर्की पहुंच गया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के छठे विमान 5 C-17 IAF विमान में 250 से अधिक बचाव कर्मी, डॉग स्क्वाड, दवाई और 135 टन से अधिक राहत सामग्री के अलावा विशेष उपकरण तुर्की भेजे गए है। तुर्की में भूकंप के बाद मलबे में दबे लोगों को निकालने का काम जारी है। राहत एवं बचाव अभियान के लिए भारत हर संभव प्रयास कर रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि ऑपरेशन दोस्त के तहत छठी फ्लाइट तुर्की पहुंच चुकी है और वहां लोगों की मदद की जा रही है।
The sixth #OperationDost flight reaches Türkiye.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) February 8, 2023
More search and rescue teams, dog squads, essential search & access equipment, medicines and medical equipment ready for deployment in the relief efforts. pic.twitter.com/tacGyzsCDB
इससे पहले एस जयशंकर ने ट्वीट कर फील्ड अस्पताल की कुछ तस्वीरें साझा की थी। जिनमें डॉक्टर्स घायल लोगों का इलाज करते दिख रहे थे। तुर्की के हटे में भारत का यह फील्ड अस्पताल घायलों का इलाज कर रहा है। एक अन्य ट्वीट में विदेश मंत्री ने एनडीआरएफ की तस्वीर शेयर कर लिखा, एनडीआरफ की टीम गजियांटेप में खोज और बचाव अभियान में जुटी है।
बता दें कि तुर्की और सीरिया में 6 फरवरी को आए भूकंप की वजह से अब तक 19 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। जबकि 65 हजार से अधिक लोग घायल हो चुके है। वहीं अभी भी कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है।