ईरान में हिजाब के खिलाफ शुरू हुआ प्रदर्शन लगतार बढ़ता ही जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 13 सितंबर को ईरान पुलिस ने 22 साल की युवती महसा अमिनी को हिजाब न पहनने के आरोप में गिरफ्तार किया। इसके तीन दिन बाद महसा अमिनी की मौत हो गई थी। इसके बाद ईरान में हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन बढ़ता ही गया। इस बीच बढ़ते विरोध प्रदर्शन को देखते हुए ईरान की सरकार ने इंटरनेट बंद कर दिया है।
ईरान में हिजाब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस बीच प्रदर्शनकारियों और पुलिस में भी काफी टकराव हुआ है। प्रदर्शनकारी सरकार को हटाने की मांग कर रहे है। ईरान के लोगों का कहना है कि बुधवार से वे मोबाइल पर इंटरनेट नहीं चला पा रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का विरोध लगातार बढ़ रहा है। विरोध प्रदर्शन को नियंत्रण करने के लिए पुलिस ने इन पर प्रदर्शकारियों पर लाठीचार्ज किया है। इनमें महिलाएं भी शामिल है। वहीं खबर है कि हजारों लोगों को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया है।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए सुरक्षा बलों ने लाठी-डंडे, आंसू गैस और वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया है। ईरान में कड़े इस्लामिक कानूनों के खिलाफ हो रहे विरोध-प्रदर्शनों को कई देशों के लोगों द्वारा समर्थन मिल रहा है।
नेटवर्क इंटेलिजेंस फर्म केनटिक के डायरेक्टर डोग मेडोरी ने बताया कि ईरान में मोबाइल डेटा सहित इंटरनेट सर्विस को बंद कर दिया गया। उन्होंने बताया कि सरकार ने यह कार्रवाई देश की मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखकर की है। देश की सभी टेलीकॉम सर्विसेज के लिए इंटरनेट को बंद कर दिया गया है। First Updated : Friday, 23 September 2022