यूक्रेन पर रूसी हमले के छह महीने पूरे होने के बावजूद अभी भी संघर्ष जारी है। इस बीच मंगलवार को भारत ने यूक्रेन में जपोरीजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र की स्थिति को लेकर चिंतित जाहिर की है कि परमाणु सुविधाओं से जुड़ी किसी भी दुर्घटना के संभावित विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला किया था। तब से ही रूस के हमले लगातार जारी हैं। बुधवार को रूस-यूक्रेन युद्ध को छह महीने पूरे हो गए है। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि भारत, यूक्रेन की परमाणु सुविधाओं की सुरक्षा और रक्षा के संबंध में विकास का सावधानीपूर्वक पालन करना जारी रखता है और यह इन सुविधाओं की सुरक्षा और रक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिक महत्व देता है।
इस दौरान मंगलवार को अमेरिका ने अपने नागरिकों से तुरंत यूक्रेन छोड़ने का आग्रह किया है। अमेरिकी ने दावा किया है कि रूस अगले कुछ दिनों में यूक्रेन में नागरिक और बुनियादी ढांचे पर हमले को और अधिक तेज करने की तैयारी में है। वहीं हमले की आशंका को देखते हुए यूक्रेन ने भी सोवियत शासन से आजादी मिलने की बुधवार को स्वतंत्रता दिवस की वर्षगांठ पर कीव में आयोजित होने वाले समारोहों पर पाबंदी लगा दी है।
इस दौरान रूसी सेना दक्षिण-पूर्व यूक्रेन के जपोरीजिया क्षेत्र में लगातार हवाई हमले कर रही है। यहां यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र है। बताया जा रहा है कि रूसी सेना यहां एक बड़े इलाके को नियंत्रित करने में लगी है। इसमें काला सागर तट और पूर्वी दोनबास क्षेत्र का हिस्सा भी आता है। छह महीने बीतने के बाद भी इस युद्ध में फिलहाल शांति की संभावनाएं नहीं दिख रही है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने आशंका जताई कि बुधवार को स्वतंत्रता दिवस पर रूस बड़े हवाई हमले कर सकता है। जिसके बाद से यूक्रेन लोग काफी डरे हुए हैं कि स्वतंत्रता दिवस पर छुट्टी के दिन रूस यूक्रेनी नागरिकों को निशाना बना सकता है। First Updated : Wednesday, 24 August 2022