Russia Ukraine War : गोलीबारी के बीच निकासी के प्रयास जारी
रूस-यूक्रेन युद्ध : गोलीबारी के बीच निकासी के प्रयास जारी
लवीव, नौ मार्च (एपी) रूस के सैन्य अभियान के बाद यूक्रेन के युद्ध प्रभावित शहरों में फंसे वहां के नागरिकों की सुरक्षित निकासी के मार्ग निर्धारित करने की कवायद जारी है। दो हफ्ते पहले यूक्रेन में रूस का सैन्य अभियान शुरू होने के बाद से करीब 20 लाख लोग देश छोड़कर जा चुके हैं। इनमें लगभग आधे बच्चे शामिल हैं। अधिकतर यूक्रेनी पड़ोसी पोलैंड पहुंचे हैं। रूसी बलों ने दक्षिणी यूक्रेन के बड़े हिस्से पर कब्जा जमा लिया है, लेकिन अन्य क्षेत्रों में उन्हें यूक्रेनी सैनिकों के कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है।
यूक्रेनी अधिकारियों के मुताबिक, गर्भवती महिलाएं, बच्चे और उनकी मांएं तथा अन्य यूक्रेनी नागरिक बुधवार को रूस और यूक्रेन द्वारा सहमत एक मानवीय गलियारे के जरिये सूमी शहर से बाहर निकल सकेंगे। मंगलवार को रेड क्रॉस के लोगो वाली बसों में कई विदेशी छात्रों सहित कम से कम पांच हजार नागरिक सूमी से बाहर निकले थे। खाने-पीने की चीजों और दवाओं की कमी के साथ-साथ बिजली कटौती का सामना कर रहे यूक्रेनी शहरों में जिंदगी दिन-ब-दिन मुश्किल होती जा रही है। बंदरगाह शहर मारियुपोल में बिजली-पानी की आपूर्ति के साथ-साथ संचार सेवाएं कई दिनों से बाधित हैं, और अब वहां सड़कों पर लाशें बिछी होने की खबरें हैं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सभी शहरों, गांवों और तटीय इलाकों में रूसी आक्रमण का डटकर सामना करने का संकल्प जताया है। यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, बुधवार को उत्तर-पूर्वी सीमावर्ती शहर सूमी से पोल्तावा के बीच 12 घंटे के लिए खुलने वाले निकासी गलियारे से नागरिकों को निकाले जाने की संभावना है। उन्होंने बताया कि शहर में मानवीय सहायता पहुंचाने वाली लगभग दो दर्जन बसें वहां से निकलने के इच्छुक नागरिकों को निकालेंगी।
यूक्रेनी अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि वे नागरिकों के लिए रूस की दिशा में सुरक्षित निकासी गलियारे स्थापित करने के मॉस्को के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करेंगे। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें सिर्फ पश्चिमी देशों की ओर जाने वाले निकासी गलियारे मंजूर हैं। मंगलवार को निकासी के अन्य प्रयास या तो रूसी गोलीबारी के चलते बाधित हुए या फिर उन्हें रद्द करना पड़ा। यूक्रेन के उप-प्रधानमंत्री ने बताया कि मारियुपोल में नागरिकों की प्रस्तावित निकासी इसलिए नाकाम हो गई, क्योंकि रूसी बलों ने शहर में मानवीय सहायता पहुंचा रहे यूक्रेनी काफिले पर गोलीबारी की।