यूक्रेन युद्ध के बाद भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर दो दिवसीय रूस के अधिकारिक दौरे पर है। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पूरी दुनिया की नजर विदेश मंत्री एस जयशंकर के रूस दौरे पर टिकी हुई है। सोमवार को जयंशकर रूस के लिए रवाना हो गए थे।
मंगलवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से बातचीत करेंगे। इससे पहले मॉस्को में रूस के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि "भारत और रूस के बीच कई दशकों से खास तरह की रणनीतिक साझेदारी कायम है।"
जारी बयान में कहा गया है कि "भारत और रूस ने आर्थिक, वित्तीय, ऊर्जा, सैन्य-तकनीक, मानविकी, रिसर्च और डेवलपमेंट की दिशा में प्रभावी सहयोग की नीति तैयार की है। ऐसे में दोनों देशों के विदेश मंत्री आपसी सहयोग को आगे बढ़ाने की दिशा में बातचीत करेंगे।" जिनमें व्यापार, निवेश, ट्रांसपोर्ट, लॉजिस्टिक और ऊर्जा परियोजना आदि शामिल है।
रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि "भारत और रूस एक संतुलित और समान दुनिया बनाने की दिशा में काम करेंगे। दोनों देश ऐसा वातावरण बनाएंगे, जो वैश्विक परिदृश्य में तानाशाही भरे वातावरण को पूरी तरह से नकारता है।" First Updated : Tuesday, 08 November 2022