श्रीलंका: रानिल विक्रमसिंघे ने श्रीलंका के प्रधान मंत्री के रूप में अपने इस्तीफे की घोषणा की
तमाम कोशिशों के बावजूद श्रीलंका को संकट से बाहर न निकाल पाने वाले राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के खिलाफ जनता ने बगावत कर दी है। भारी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति आवास घेर कर तोड़फोड़ की। जनाक्रोश देखकर राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे परिवार सहित घर छोड़कर भाग गए हैं।
-अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाया गया, सेना भी हाई एलर्ट पर
कोलंबो। तमाम कोशिशों के बावजूद श्रीलंका को संकट से बाहर न निकाल पाने वाले राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के खिलाफ जनता ने बगावत कर दी है। भारी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति आवास घेर कर तोड़फोड़ की। जनाक्रोश देखकर राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे परिवार सहित घर छोड़कर भाग गए हैं।
अब से कुछ देर पहले रानिल विक्रमसिंघे ने श्रीलंका के प्रधान मंत्री के रूप में अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी है.उन्होंने यह जानकारी ट्वीटर पर दी.उन्होंने लिखा कि सभी नागरिकों की सुरक्षा सहित सरकार की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए, मैं आज पार्टी नेताओं की सर्वदलीय सरकार के लिए रास्ता बनाने की सबसे अच्छी सिफारिश को स्वीकार करता हूं। इसे सुगम बनाने के लिए मैं प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देता हुं। जानकारी के मुताबिक श्रीलंका में आर्थिक हालात से त्रस्त प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के आवास को घेर लिया। जनाक्रोश को भांप कर राष्ट्रपति राजपक्षे परिवार समेत अपने आवास को छोड़ कर भाग गए हैं। श्रीलंका के रक्षा सूत्रों की ओर से राष्ट्रपति राजपक्षे के भागने की पुष्टि की गयी है।
उल्लेखनीय है कि दो माह पूर्व 11 मई को तत्कालीन प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे को भी इसी जनाक्रोश का सामना करना पड़ा था। तब उग्र भीड़ द्वारा सरकारी आवास घेर लिये जाने पर महिंदा राजपक्षे को भी परिवार के साथ घर छोड़कर भागना पड़ा था। श्रीलंका में लगातार बिगड़ते आर्थिक संकट के लिए राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को जिम्मेदार मानकर उनके इस्तीफे की मांग की जा रही है। इसके लिए श्रीलंका में सरकार विरोधी रैली चल रही है। शनिवार को गुस्साए लोगों की भीड़ ने कोलंबो स्थित राष्ट्रपति आवास को घेर लिया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने आवास पर जमकर तोड़फोड़ की।
इससे पहले शुक्रवार को श्रीलंका में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाकर सेना को हाई अलर्ट पर कर दिया गया था। पुलिस प्रमुख चंदना विक्रमरत्ने ने कहा कि राजधानी और उसके आसपास के इलाकों में शुक्रवार रात नौ बजे से कर्फ्यू लगा दिया गया है। उन्होंने बताया कि हजारों सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति को सत्ता से हटाने के लिए शुक्रवार को कोलंबो में प्रवेश किया था, जिसके बाद कर्फ्यू का फैसला लिया गया।