भुखमरी के चलते बच्चे स्कूल में हो रहे हैं बेहोश, श्रीलंका की तस्वीर ने दुनिया को चेताया
मंदी के चलते देश के बिगड़े हालात ने यहां के लोगों को भुखमरी के उस कगार पर छोड़ दिया है, जहां मानवता भी शर्मसार हो जाए। दरअसल, पड़ोसी देश श्रीलंका से खबर सामने आ रही है कि यहां भुखमरी के कुछ ऐसे हालात बन पड़े हैं कि बच्चे स्कूल में बेहोश हो कर गिरने लगे हैं।
वैश्विक आर्थिक मंदी के दौर में श्रीलंका की तस्वीर, दुनिया के बाकी देश के लिए रेड अलर्ट साबित हुई है। मंदी के चलते देश के बिगड़े हालात ने यहां के लोगों को भुखमरी के उस कगार पर छोड़ दिया है, जहां मानवता भी शर्मसार हो जाए। दरअसल, पड़ोसी देश श्रीलंका से खबर सामने आ रही है कि यहां भुखमरी के कुछ ऐसे हालात बन पड़े हैं कि बच्चे स्कूल में बेहोश हो कर गिरने लगे हैं।
श्रीलंका की मंदी ने नौनिहालों को किया बेहाल, भूखे-पेट जाते हैं स्कूल
मालूम हो कि श्रीलंका की मंदी का बड़ा प्रभाव वहां के नौनिहालों पर पड़ा रहा है। मीडिया में आ रही खबरों की माने तो यहां के ज्यादातर लोग गरीबी के उस दौर से गुजर रहे हैं, जहां वो अपने बच्चों को स्कूल ही न भेज पाए। रिपोर्ट्स की माने तो यहां एक परिवार के कई बच्चों में से कुछ ही बच्चे स्कूल जाने की स्थिति में हैं और वो भी जब स्कूल जाते हैं तो वहां कमजोरी के चलते बेहोश हो जाते हैं। दरअसल, यहां परिवारों की हालात इतनी खस्ताहाल हो चुकी है कि लोग अपने बच्चों को भरपेट खाने तक नहीं खिला पा रहे हैं। ऐसे में बच्चें शारीरिक कमजोरी और कुपोषण का शिकार बन रहे हैं।
63 लाख बच्चें कर रहे हैं खाद्य असुरक्षा की गंभीर स्थिति का सामना
गौरतलब है कि कि यूनिसेफ की तरफ से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि श्रीलंका में तकरीबन 63 लाख बच्चें खाद्य असुरक्षा की गंभीर परिस्थिति से गुजर रहे हैं। इस बारे में कुछ महीने संयुक्त राष्ट्र की ‘खाद्य एवं कृषि संगठन’(एफएओ) और वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने चेतावनी भी जारी की है कि अगर इस समस्या का जल्द समाधान नहीं निकाला गया तो आगे चलकर स्थिति और भी गंभीर बन सकती है।
सरकार ने किया देश के धनी लोगों से बच्चों को गोद लेने की अपील
ऐसे में भारी मंदी से जूझ रहे श्रीलंका की सरकार को ने इस समस्या का अलग तरीके से समाधान निकाला है। बता दें कि सरकार अपने यहां के धनाढ्य लोगों को भुखमरी से पीड़ित बच्चों को गोद ले लेने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। इस बाबत श्रीलंका के स्वास्थ्य मंत्री केहलिया रामबुकवेला ने कहा है कि सरकार के अधिकारी देश के उन सक्षम लोगो से संपर्क साध रही है जो ऐसे बच्चों को अनुदान दे सके या उन्हें पूरी तरह से गोद ले लें।