Turkey-Syria earthquake: मृतकों का आंकड़ा 41 हजार पार, सदी की सबसे बड़ी आपदा, हर तरफ लगा मलबे का ढ़ेर

तुर्की और सीरिया में छह फरवरी को आए विनाशकारी भूकंप के चलते अब तक 41 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई है। तुर्की में हर तरफ मलबे का ढेर लगा हुआ है। ना जाने कितने लोग अभी भी मलबे में दबे है। दुनिया के अलग अलग देशों से आए बचावकर्मी लगातार लोगों को ढूंढने की कोशिश में जुटे हुए है। हालात इतने भयावह कि हर किसी तक तुरंत मदद नहीं पहुंच रही है।

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तुर्की और सीरिया में छह फरवरी को आए विनाशकारी भूकंप के चलते अब तक 41 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई है। तुर्की में हर तरफ मलबे का ढेर लगा हुआ है। ना जाने कितने लोग अभी भी मलबे में दबे है। दुनिया के अलग अलग देशों से आए बचावकर्मी लगातार लोगों को ढूंढने की कोशिश में जुटे हुए है। हालात इतने भयावह कि हर किसी तक तुरंत मदद नहीं पहुंच रही है।

तुर्की और सीरिया में आए इस विनाशकारी भूंकप में हजारों इमारतें जमीदोंज हो गई है। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने कहा कि पिछले सप्ताह तुर्की में आए भूकंप से मरने वाली की संख्या बढ़कर 35,418 हो गई। उन्होंने कहा कि 100 साल पहले देश की स्थापना के बाद यह अब तक की सबसे बड़ी आपदा है। इससे पहले तुर्किये के शहर एर्जिंकन में साल 1939 में आए विनाशकारी भूकंप में लगभग 33,000 लोग मारे गए थे।

राष्ट्रपति एर्दोआन ने कहा कि छह फरवरी को आए तेज भूकंप और उसके बाद आए कई झटकों के चलते 1,05,505 लोग घायल हो गए। एर्दोआन ने इस भूकंप को सदी की सबसे बड़ी आपदा बताया है। उन्होंने कहा कि 13,000 से अधिक लोग अब भी अस्पताल में भर्ती हैं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कैबिनेट बैठक के दौरान राष्ट्रपति एर्दोआन ने कहा कि इस भूकंप में लगभग 47,000 इमारतें जमींदोज हो गईं या फिर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं। वहीं सीरिया के अधिकारियों का कहना है कि इस भूकंप से करीब 5,800 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। आधिकारियों ने मृतकों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका जताई है, क्योंकि अभी भी मलबे में लोग दबे हुए है।

वहीं कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों और मंत्रियों ने एकजुटता दिखाते हुए तुर्की और सीरिया का दौरा शुरू कर दिया है। रविवार को ग्रीक के विदेश मंत्री निकोस डेंडियास ने तुर्की का दौरा किया है। इस विनाशकारी आपदा के बाद तुर्की का दौरा करने वाले निकोस डेंडियास ने कहा कि "हम द्विपक्षीय और यूरोपीय संघ के स्तर पर कठिन समय से उबरने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना जारी रखेंगे।"  First Updated : Wednesday, 15 February 2023