यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र के पास गोलाबारी को लेकर यूक्रेन और रूस के एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है। इस बीच संयंत्र से संभावित विकिरण रिसाव के खतरे को लेकर चिंता और बढ़ गई है।
शनिवार को यूक्रेन के अधिकारियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि रूसी सेनाओं ने यूरोप के सबसे बड़े जैपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के पास नीपर नदी के पार यूक्रेन के कब्जे वाले हिस्सों में मिसाइल और तोप से हमले किए हैं।
वहीं, रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन की ओर से दागे गए गोले उस इमारत पर गिरे हैं जिसमें परमाणु ईंधन को रखा गया है। शुक्रवार को अधिकारियों ने संयंत्र के करीब रहने वाले लोगों के बीच आयोडिन की गोलियां बांटी ताकि विकिरण होने की स्थिति में बचाव हो सके।
सबसे बड़ी चिंता परमाणु संयंत्र के रिएक्टर को ठंडा रखने की कूलिंग प्रणाली को लेकर है। जिसे चालू हालत में रखने के लिए बिजली की जरूरत होती है।
जानकारों का मानना है कि कूलिंग प्रणाली के बंद होने से परमाणु रिएक्टर के अत्यधिक गर्म होने की वजह से हादसा हो सकता है। First Updated : Sunday, 28 August 2022