यूक्रेन ने क्रीमिया स्थित रूसी सैन्य अड्डे पर हुए हमले की जिम्मेदारी लेने के संकेत दिए है। इस बीच इन हमलों की रूस ने निंदा की है। क्रीमिया यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस के लिए एक महत्वपूर्ण आपूर्ति लाइन है। रूसी अधिकारियों और एजेंसियों के मुताबिक, विस्फोटों ने क्रीमिया प्रायद्वीप के उत्तर में स्थित एक सैन्य अड्डे पर गोला बारूद डिपो को चपेट में ले लिया। जिसके कारण ट्रेनें बाधित हो गईं और पास के एक गांव के 2,000 लोगों को निकलने के लिए मजबूर होना पड़ा।
जानकारी के अनुसार, हमले के बाद मध्य क्रीमिया में एक दूसरे रूसी सैन्य अड्डे पर धुएं का बड़ा गुबार देखा गया। जबकि पिछले सप्ताह पश्चिम में विस्फोटों ने एक अन्य सैन्य अड्डे को काफी हद तक प्रभावित किया था। विस्फोटों ने छह महीने से चले आ रहे युद्ध में नई संभावना को बढ़ा दिया है कि यूक्रेन के पास अब रूसी क्षेत्र में अंदर तक हमला करने की क्षमता है और कीव समर्थक समूहों को गुरिल्ला शैली के हमलों में सफलता मिल रही है।
क्रीमिया पर साल 2014 में यूक्रेन से कब्जा करने के बाद रूस इसका इस्तेमाल सैन्य अभियान में कर रहा है। यूक्रेन क्रीमिया पर हमले कर दक्षिणी यूक्रेन पर रूस के संभावित हमलों को रोकने का प्रयास कर रहा है। क्रीमिया काला सागर में रूस के बेड़े का आधार है और इसके अलावा गर्मियों में छुट्टियों के रिसॉर्ट के रूप में भी लोकप्रिय है।
रूसी टीवी पर जारी फुटेज के मुताबिक, मंगलवार के विस्फोटों में एक बिजली सबस्टेशन में भी आग लग गई। रूस की एजेंसी ने कहा कि सात ट्रेनें देरी से चल रही हैं और उत्तरी क्रीमिया में लाइन के एक हिस्से पर रेल यातायात को निलंबित कर दिया गया है।
यूक्रेन ने आधिकारिक तौर पर क्रीमिया में विस्फोटों की जिम्मेदारी की पुष्टि या खंडन नहीं किया है, हालांकि इसके अधिकारियों ने खुले तौर पर उन क्षेत्रों में घटनाओं की सराहना की है, जो पिछले सप्ताह तक हमले की सीमा से दूर रूस के अधिकार क्षेत्र में सुरक्षित लग रहे थे। First Updated : Wednesday, 17 August 2022