रूस-यूक्रेन युध्द का आज 43वां दिन है। रूस की दुनियाभर में निंदा की जा रही है और रूस पर और कड़े प्रतिबंध लगाने की मांग भी की जा रही है। यूक्रेन की राजधानी कीव के उपनगर बुचा से सामने आई नागरिकों के शवों की भयावह तस्वीरों और वीडियो के बाद रूस की मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ने वाली है।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड का कहना है कि ‘‘हमें यकीन है कि रूसी बलों ने यूक्रेन में युद्ध अपराधों को अंजाम दिया है और हमारा मानना है कि इसके लिए रूस की जवाबदेही तय की जानी चाहिए’’ उन्होंने कहा, कि मानवाधिकार परिषद में रूस की भागीदारी एक स्वांग है।
थॉमस-ग्रीनफील्ड ने रूस को 47-सदस्यीय मानवाधिकार परिषद से हटाने का आह्वान किया है। जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से रूस को बाहर करने की तैयरी तेज होगई है। संयुक्त राष्ट्र 7 अप्रैल को मानवाधुकार से रूस को निसंबित किया जाए या नहीं इस पर मतदान करेगी।
वहीं आपको बता दें कि महासभा की प्रवक्ता पॉलिना कुबियाक ने कहना है कि यूक्रेन पर महासभा का आपातकालीन विशेष सत्र फिर से शुरू होगा। तभी ‘‘रूसी संघ के मानवाधिकार परिषद में सदस्यता के अधिकारों को निलंबित करने’’ के प्रस्ताव पर मतदान किया जाएगा। First Updated : Thursday, 07 April 2022