अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने चीन से तत्काल अपना सैन्य अभ्यास रोकने का आग्रह किया। इसके साथ ही तीनों देशों ने ताइवान जलडमरूमध्य में शांति एवं स्थिरता बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, जापान के विदेश मंत्री हयाशी योशिमासा और ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग ने नोम पेन्ह में दक्षिणपूर्व एशियाई देशों के संघ (आसियान) के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद एक संयुक्त बयान जारी किया।
बयान में विदेश मंत्रियों ने ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता की दोहराई है। उन्होंने ताइवान जलडमरूमध्य में तनाव कम करने के महत्व को लेकर आसियान के बयान की सराहना भी की।
संयुक्त बयान में पीआरसी द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण किए जाने की निंदा की। जापान सरकार ने कहा कि इनमें से पांच मिसाइल उसके विशेष आर्थिक क्षेत्र में गिरी है। इसके बाद क्षेत्र में अस्थिरता पैदा हुई है। विदेश मंत्रियों ने कहा कि जहां तक एक चीन नीति लागू है, उसके संबंध में और ताइवान को लेकर अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया रुख में कोई बदलाव नहीं आया है।
चीन ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद यह सैन्य अभ्यास शुरू किया था। चीन का कहना है कि उनकी यात्रा ने एक चीन नीति का उल्लंघन किया है। गौरतलब है कि चीन ताइवान पर अपना दावा जताता है। चीन ने ताइवान को धमकी दी है कि जरूरत पड़ने पर वह बलपूर्वक इस द्वीप को अपने कब्जे में ले लेगा। First Updated : Sunday, 07 August 2022