एक साल में पांचवी बार बढ़ा रेपो रेट, EMI होंगी महंगी
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में बढ़ोतरी की है। 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी के बाद रेपो रेट 6.25 फीसदी हो गया है। रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद अब आपके सभी प्रकार के लोन की ईएमआई में भी बढ़ोतरी हो जायेगी। बता दे, आरबीआई की तरफ से इस साल पांचवी बार रेपो रेट में बढ़ोतरी की गई है। इससे पहले रेपो रेट 5.4 फीसदी था।
बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में बढ़ोतरी की है। 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी के बाद रेपो रेट 6.25 फीसदी हो गया है। रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद अब आपके सभी प्रकार के लोन की ईएमआई में भी बढ़ोतरी हो जायेगी। बता दे, आरबीआई की तरफ से इस साल पांचवी बार रेपो रेट में बढ़ोतरी की गई है। इससे पहले रेपो रेट 5.4 फीसदी था।
इससे पहले मई और अक्टूबर में भी रेपो रेट में आरबीआई ने बढ़ोतरी की थी। मई में आरबीआई ने रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की थी जिसके बाद रेपो रेट 4.90 फीसदी हो गया था। उसके बाद अक्टूबर में में भी आरबीआई ने 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की थी जिसके बाद रेपो रेट 5.4 फीसदी हो गया था।
जिसके बाद अब एक बार फिर से आरबीआई ने रेपो रेट में 35 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के मुताबिक अगले महंगाई अगले 12 महीनो में 4 फीसदी से ऊपर रहेगी। इस साल में अब तक आरबीआई ब्याज दरों में 2.25 फीसदी की बढ़ोतरी कर चुका है।
इसको लेकर आरबीआई गवर्नर ने कहा कि, "स्टैंडिग डिपोजिट फैसिलिटी(SDF रेट) को 6% और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी(MSF रेट) और बैंक रेट को 6.5% तक एडजस्ट किया गया है रेपो रेट में 0.35% की बढ़ोतरी हुई, 0.35% बढ़ाकर 6.25 % हुआ। FY23 के लिए CPI मुद्रास्फीति का पूर्वानुमान 6.7% पर बरकरार है। एफडीआई प्रवाह अप्रैल से अक्टूबर 2022 में बढ़कर 22.7 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले साल की इसी अवधि में 21.3 अरब डॉलर था।"
आगे उन्होंने कहा कि, "अप्रैल-अक्टूबर के दौरान भारतीय रुपए में वास्तविक रूप से 3.2% की वृद्धि हुई है, जबकि अन्य प्रमुख मुद्राओं में गिरावट आई है।"
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