मॉडर्न भारत की 25 हस्तियां जिन्होंने पूरी दुनिया में अपनी छाप छोड़ी है...भाग-2
"वर्षों पहले, हमनें नियति से मिलने का वचन दिया था, और अब वह समय आ गया है जब हमें अपना वचन निभाना होगा, पूरी तरह से नहीं लेकिन काफी हद तक। आधी रात को जब पूरा विश्व सो रहा होगा, भारत जीवन और स्वतंत्रता की नई सुबह के साथ जागेगा।" 15 अगस्त 1947 को जब भारत आज़ाद हुआ था, तब देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू के इन शब्दों को पूरी दुनिया ने सुना और वहाँ से आजाद भारत का नया सफर शुरू हुआ। देश को इस सफर में निकले 75 साल पूरे हो गए हैं। इन 75 सालों में हमने सफलता के कई नये आयाम गढ़े हैं।
"वर्षों पहले, हमनें नियति से मिलने का वचन दिया था, और अब वह समय आ गया है जब हमें अपना वचन निभाना होगा, पूरी तरह से नहीं लेकिन काफी हद तक। आधी रात को जब पूरा विश्व सो रहा होगा, भारत जीवन और स्वतंत्रता की नई सुबह के साथ जागेगा।" 15 अगस्त 1947 को जब भारत आज़ाद हुआ था, तब देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू के इन शब्दों को पूरी दुनिया ने सुना और वहाँ से आजाद भारत का नया सफर शुरू हुआ। देश को इस सफर में निकले 75 साल पूरे हो गए हैं। इन 75 सालों में हमने सफलता के कई नये आयाम गढ़े हैं। लगभग 200 सालों तक गुलामी की जंजीरों में जकड़े रहने के बाद जब हमने आजादी की पहली सांस ली तब दुनिया में किसी ने नहीं सोचा था कि महज कुछ दशकों के सफर में ही हम पूरी दुनिया से कदम मिलाकर चलेंगे। लेकिन आज भारत न सिर्फ दुनिया से कदम मिलाकर चल रहा है, बल्कि अलग-अलग क्षेत्रों में पूरे विश्व का नेतृत्व भी कर रहा है। यह संभव हो पाया भारत के लोगों की वजह से, वे लोग जिन्होनें अपनी मेहनत और लगन के बलबूते ऐसे मुकाम हासिल किये कि दुनिया को हमारे सामने नतमस्तक होना ही पड़ा। आज हम आपको ऐसी ही 25 शख्सियतों से रूबरू करवाएंगे जिन्होनें वैश्विक स्तर पर तिरंगा लहराया है।
सचिन तेंदुलकर
मास्टर ब्लास्टर के नाम से मशहूर सचिन रमेश तेंदुलकर क्रिकेट जगत के सबसे महान खिलाड़ियों में शुमार हैं। भारत में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जो सचिन को न जानता हो। महज 16 वर्ष की उम्र में डेब्यू करने वाले सचिन के नाम क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन, सबसे ज्यादा शतक समेत सबसे ज्यादा रिकॉर्ड बनाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। क्रिकेट का भगवान कहे जाने वाले सचिन ने अपनी दमदार बल्लेबाजी की बदौलत भारत का डंका पूरी दुनिया में बजाया है।
कपिल देव
साल 1983, मौका था क्रिकेट जगत का सबसे बड़ा टूर्नामेंट 'प्रुडेंशियल कप', जिसे आज वर्ल्ड कप के नाम से जाना जाता है। इस वर्ल्ड कप के पहले तक भारतीय क्रिकेट टीम सीमित ओवर के मुकाबलों में महज 2 बार ही सीरीज़ अपने नाम कर पाई थी। ऐसे में भारत का वर्ल्ड कप जीतना नामुमकिन सा माना जा रहा था। लेकिन इस नामुमकिन को मुमकिन करने का कारनामा क्रिकेट टीम के कप्तान कपिल देव की वजह से ही संभव हो पाया था। कपिल ने न सिर्फ भारतीय क्रिकेट टीम का नया व सुनहरा अध्याय शुरू किया, बल्कि इंग्लैंड की सरज़मीं पर वर्ल्ड कप जीतकर दुनिया में भारत का मान भी बढ़ाया।
महेंद्र सिंह धोनी
कैप्टन कूल धोनी क्रिकेट में सभी आईसीसी ट्रॉफी भारत को जिताने वाले कप्तान के तौर पर याद किये जाते हैं। धोनी भारत को न सिर्फ पहला टी20 वर्ल्ड कप, बल्कि 23 साल इंतज़ार के बाद दूसरा वनडे वर्ल्ड कप भी जिता चुके हैं। दुनिया के सबसे काबिल फिनिशर कहे जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी देश के लिए किसी धरोहर से कम नहीं हैं।
विराट कोहली
लोकप्रियता के मामले में भारत के पूर्व क्रिकेट कप्तान विराट कोहली बड़े-बड़े बॉलीवुड सितारों को भी पीछे छोड़ देते हैं। लम्बे समय तक दुनिया के नंबर 1 बल्लेबाज रहे कोहली अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अब तक 70 शतक लगा चुके हैं। भारतीय दिग्गज सचिन द्वारा खड़े किये गए रनों के अम्बार व शतकों के शतक को तोड़ने की काबिलियत यदि किसी बल्लेबाज में है तो वह विराट कोहली ही हैं। कोहली के चाहने वाले पूरी दुनिया में मौजूद हैं। क्रिकेट के मैदान में अपनी आक्रामकता के चलते कोहली को मॉडर्न भारत का ब्रांड एम्बेसडर कहना गलत नहीं होगा।
नीरज चोपड़ा
ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा भारतीय युवाओं के लिए एक आदर्श हैं। साल 2020 में आयोजित टोक्यो ओलंपिक में नीरज ने भाला फेंक प्रतियोगिता में स्वर्ण तमगा हासिल किया था। इसके अलावा भी वे कई अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में जीत दर्ज कर चुके हैं। नीरज भारत की ओर से एथलेटिक्स में ओलंपिक गोल्डमेडल जीतने वाले पहले खिलाड़ी हैं। बेशक नीरज मॉडर्न इंडिया के चमकते सितारे हैं, जिन्होंने पूरी दुनिया में देश का नाम रौशन किया है।
मैरी कॉम
भारतीय महिला मुक्केबाज मैरी कॉम साल 2001 से 2019 के बीच अलग-अलग अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कुल 23 मेडल जीत चुकी हैं, जिनमें 18 गोल्ड मेडल हैं। यह आंकड़े अपने आप में काफी कुछ कह रहे हैं। मैरी ने दुनिया भर में भारत को सम्मान दिलाया है, साथ ही वे देश दुनिया की सभी महिलाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत भी हैं।
पीटी उषा
पीटी उषा भारत की पूर्व महिला धावक हैं, जो 'क्वीन ऑफ़ ट्रैक्स' के नाम से भी मशहूर हैं। उषा ने साल 1980 से 1998 के बीच अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 18 गोल्ड मेडल समेत कुल 34 मेडल देश के लिए जीते हैं। अपनी इन उपलब्धियों की वजह से उषा 'गोल्डन गर्ल' भी कहलाती हैं।
मेजर ध्यानचंद
'हॉकी के जादूगर' ध्यानचंद भारत के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में शुमार हैं। ओलंपिक खेलों में देश को 8 स्वर्ण पदक (ब्रिटिश इंडिया भी शामिल) जिताने वाली हॉकी टीम के सबसे अहम खिलाड़ी ध्यानचंद ही थे। साल 1936 के बर्लिन ओलंपिक में ध्यानचंद के खेल से प्रभावित होकर एडोल्फ हिटलर ने उन्हें जर्मनी की नागरिकता देने की पेशकश की थी, लेकिन ध्यानचंद ने हिटलर को मना करते हुए देश के लिए खेलने का विकल्प चुना। मेजर ध्यानचंद के सम्मान में उनका जन्मदिवस 29 अगस्त, राष्ट्रीय खेल दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
विश्वनाथन आनंद
ग्रांडमास्टर विश्वनाथन आनंद शतरंज की दुनिया के जाने-माने नाम हैं। महज 17 वर्ष की उम्र में आनंद विश्व शतरंज की दुनिया में खिताब जीतने वाले पहले एशियाई खिलाड़ी बन चुके थे। शतरंज की दुनिया में रूसी खिलाड़ियों के वर्चस्व को तोड़ने का श्रेय भी आनंद को ही जाता है। वे 5 बार शतरंज की वर्ल्ड चैंपियनशिप जीत चुके हैं। आनंद की काबिलियत का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि वे महज 16 वर्ष की उम्र में अर्जुन अवार्ड, और 18 वर्ष की उम्र में पद्म श्री ने नवाज़े जा चुके थे।
मिताली राज
महिला क्रिकेट की दुनिया में मिताली राज को सबसे ऊंचा दर्जा प्राप्त है। वे महिला क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाज भी हैं। मिताली ने साल 1999 से 2022 तक देश के लिए क्रिकेट खेल चुकी हैं। मिताली महिला अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 7000 रनों का आंकड़ा पार करने वाली इकलौती बल्लेबाज हैं।
लिएंडर पेस
लिएंडर पेस पूर्व भारतीय टेनिस खिलाड़ी हैं। पेस की गिनती दुनिया के सबसे महान पुरुष युगल खिलाड़ियों में की जाती है। टेनिस के वर्ल्ड कप कहे जाने वाले डेविस कप में पेस के नाम सबसे ज्यादा युगल मुकाबले जीतने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। इसके अलावा पेस आठ पुरुष युगल और दस मिश्रित युगल ग्रैंडस्लैम खिताब अपने नाम कर चुके हैं।
सुनील छेत्री
सुनील छेत्री को भारतीय फुटबॉल के सबसे मशहूर चेहरे के तौर पर जाना जाता है। आपको शायद यह जानकर हैरानी हो लेकिन मौजूदा फुटबॉल खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय गोल करने के मामले में छेत्री फुटबॉल के दिग्गज कहे जाने वाले रोनाल्डो और मेसी के बाद तीसरे नंबर पर हैं। छेत्री इस वक़्त अर्जेंटीना के लियोनेल मेसी से महज 2 गोल पीछे चल रहे हैं। इस भारतीय खिलाड़ी ने अकेले अपने दम पर भारत को फुटबॉल के नक़्शे पर स्थापित किया है।
अभिनव बिंद्रा
अभिनव बिंद्रा ओलंपिक खेलों में भारत के लिए पहला व्यक्तिगत गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होनें साल 2008 बीजिंग ओलम्पिक में 10 मीटर एयर पिस्टल श्रेणी में सोने पर निशाना लगाया था। अपने 22 साल के करियर में बिंद्रा 150 से अधिक मेडल जीत चुके हैं। मौजूदा समय में भारत की खेल नीति पर भी बिंद्रा ने काफी सकारात्मक प्रभाव छोड़ा है।
जे. आर. डी. टाटा
जे. आर. डी. टाटा भारत के मशहूर टाटा ग्रुप के चेयरमैन रह चुके हैं। इन्हें भारतीय नागरिक उड्डयन के जनक के तौर पर भी याद किया जाता है। जे. आर. डी. टाटा ने भारत की पहली एयरलाइन कंपनी 'टाटा एयरलाइन' की नींव रखी थी, जो आगे चलकर एयर इंडिया बनी। साथ ही उन्होंने टाटा ग्रुप के अंतर्गत आने वाली कई अन्य कंपनियों को भी शुरू किया। जिसमें टाटा कंसल्टेंसी, टाटा नमक, वोल्टास, टाइटन और टाटा मोटर्स शामिल हैं। भारतीय उद्योग जगत को नया आयाम देने में जे. आर. डी. का अहम योगदान रहा है।
रतन टाटा
देश के प्रमुख उद्योगपतियों में शामिल रतन टाटा को सबसे लोकप्रिय उद्योगपति कहना गलत नहीं होगा। टाटा ग्रुप को दुनिया के नक़्शे में कोने-कोने तक पहुँचाने का श्रेय रतन टाटा को ही दिया जाता है। दुनिया की सबसे सस्ती कार बनाने से लेकर देश का पहला नियोजित औद्योगिक शहर बसाने तक, रतन टाटा ने हमेशा भारत के लोगों के लिए काम किया है। अपनी कमाई का 66 प्रतिशत हिस्सा समाज की भलाई में लगाने की वजह से रतन टाटा और टाटा ग्रुप भारत के लोगों के दिल में एक ख़ास स्थान रखते हैं।
आनंद महिंद्रा
महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा, फ़ोर्ब्स इंडिया द्वारा साल 2013 में 'इंटरप्रेन्योर ऑफ़ द ईयर' चुने जा चुके हैं। महिंद्रा ग्रुप को दुनिया की शीर्ष कंपनियों के बीच स्थापित करने का श्रेय काफी हद तक आनंद महिंद्रा को जाता है। महिंद्रा आज दुनियाभर में ट्रेक्टर का निर्माण करने वाली सबसे बड़ी कंपनी है। महिंद्रा की कारें आज भारत के अलावा यूरोपीय व अफ्रीकी देशों में भी काफी लोकप्रियता हासिल कर चुकी हैं।
मुकेश अंबानी
दुनिया के सबसे महंगे घर 'एंटीलिया' के मालिक और रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन मुकेश अम्बानी दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में शामिल हैं। भारत में डिजिटल क्रांति की सूत्रधार मानी जाने वाली 'जिओ' के जरिये मुकेश करोड़ों भारतीयों की ज़िन्दगी अप्रत्यक्ष तौर पर बदल चुके हैं। आज गरीब तबके का छात्र भी यदि इंटरनेट के माध्यम से कुछ नया सीख पा रहा है तो इसका श्रेय कुछ हद तक 'जिओ' और मुकेश अम्बानी को दिया जा सकता है।
एन आर नारायणमूर्ति
आईटी क्षेत्र की प्रख्यात कंपनी इंफोसिस के संस्थापक और अरबपति नारायणमूर्ति पद्मश्री और पद्म विभूषण के अलावा अमेरिका के प्रतिष्ठित हूवर मेडल से भी सम्मानित किये जा चुके हैं। उनके द्वारा स्थापित की गई इंफोसिस भारत की चौथी ऐसी कंपनी है जिसकी मार्केट वैल्यू 100 बिलियन डॉलर का आंकड़ा पार कर चुकी है।
दिलीप संघवी
दिलीप संघवी भारत की सबसे बड़ी और दुनिया की चौथी सबसे बड़ी दवाई निर्माता कंपनी सन फार्मा के संस्थापक हैं। सन फार्मा अपनी 72 प्रतिशत दवाइयों की बिक्री भारत के बाहर करता है। इसका बड़ा बाज़ार अमेरिका है। कंपनी के मुनाफ़े का 30 प्रतिशत अमेरिकी बाज़ार से आता है। दिलीप संघवी द्वारा खड़ी की गई इस विशाल फार्मा कंपनी ने दुनियाभर में अपनी दवाइयों से करोड़ों ज़िंदगियां बचाई हैं।
अज़ीम प्रेमजी
साल 2021 में 75,000 करोड़ रुपये के टर्नओवर वाली विप्रो के फाउंडर चेयरमैन अज़ीम प्रेमजी देश के जाने-माने बिज़नेसमैन हैं। 32.8 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति वाले अज़ीम प्रेमजी प्रतिष्ठित टाइम मैगज़ीन द्वारा दो बार दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किये जा चुके हैं।
गौतम अडानी
अडानी ग्रुप के संस्थापक और चेयरमैन गौतम अडानी इस वक़्त 120 बिलियन डॉलर से अधिक की संपत्ति के साथ दुनिया के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति हैं। भारत व एशिया के अमीरों की सूची में अडानी पहले पायदान पर काबिज हैं। अडानी ग्रुप भारत में बंदरगाहों के प्रबंधन, ऊर्जा के उत्पादन, खनन, एयरपोर्ट संचालन जैसे क्षेत्रों में प्रमुखता से काम कर रहा है।
आदित्य विक्रम बिरला
आदित्य बिरला ग्रुप के पूर्व चेयरमैन आदित्य विक्रम बिरला भारत के बाहर कारखाने लगाने वाले पहले भारतीय उद्योगपतियों में से एक हैं। उन्होंने दक्षिणपूर्व एशिया, फिलीपींस और इजिप्ट में अपने कारखाने स्थापित किये। भारत सरकार द्वारा साल 2013 में आदित्य विक्रम बिरला को 'भारत के पहले वैश्विक उद्योगपति' के रूप में सम्मान देते हुए डाक टिकट जारी किये गए थे।
सायरस पूनावाला
दुनिया में सबसे ज्यादा वैक्सीन बनाने वाली कंपनी 'सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया' के संस्थापक सायरस पूनावाला प्रतिष्ठित 'ह्यूरन ग्लोबल हेल्थकेयर रिच लिस्ट 2022' में पहले स्थान पर रहे हैं। पूनावाला ने साल 1966 में 'सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया' की स्थापना की थी जो पोलियो, मीज़ल्स, फ्लू के साथ कोविड की वैक्सीन बनाने के लिए दुनियाभर में जानी जाती है। कोरोना महामारी से बचाव के लिए सीरम इंस्टिट्यूट द्वारा बनाया गया कोवीशील्ड वैक्सीन दुनिया के कई देशों की पहली पसंद बना हुआ है।
लक्ष्मी मित्तल
लक्ष्मी निवास मित्तल इंग्लैंड में स्थापित भारतीय उद्योगपति और स्टील जगत के जाने-माने चेहरे हैं। वे दुनिया की सबसे बड़ी स्टील बनाने वाली कंपनी 'आर्सेलर मित्तल' के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन होने के साथ ही 'इंग्लिश फुटबॉल लीग' की टीम 'क्वींस पार्क रेंजर्स' में 20% के हिस्सेदार भी हैं। आर्सेलर मित्तल में भी उनकी 38% की हिस्सेदारी है।
सुंदर पिचाई
सुंदर पिचाई अमेरिका की मशहूर टेक कंपनी अल्फाबेट और इसकी सहायक कंपनी गूगल के सीईओ हैं। उन्हें गूगल के कुछ सबसे मशहूर प्रोडक्ट गूगल क्रोम, क्रोम ऑपरेटिंग सिस्टम और गूगल ड्राइव के निर्माण का श्रेय दिया जाता है। साल 2016 में उन्हें प्रतिष्ठित टाइम्स मैगज़ीन द्वारा दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किया जा चुका है।
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