छत्तीसगढ़: बालाघाट में महादेव बुक से सट्टा खेलाते छह आरोपियों को दुर्ग पुलिस ने किया गिरफ्तार
दुर्ग पुलिस ने मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में वारासिवनी से महादेव बुक से सट्टा खेलाते छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस ब्रांच के मैनेजर भीम निवासी शारदा पारा को भी पकड़ा था।
भिलाई, छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ की दुर्ग पुलिस ने मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में वारासिवनी से महादेव बुक से सट्टा खेलाते छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस ब्रांच के मैनेजर भीम निवासी शारदा पारा को भी पकड़ा था। लेकिन भीम पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। आरोपियों के पास से 14 मोबाइल, तीन लैपटॉप, एटीएम कार्ड और लाखों रुपए के सट्टे का हिसाब मिला है।
सोशल मीडिया पर प्रसारित कुछ फोटोज में दो आरोपी आकाश और आशीष खुर्सीपार के एक भाजपा पार्षद के साथ नजर आ रहे हैं। वहीं एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव, एएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि वारासिवनी के एक मकान में महादेव बुक से सट्टा का संचालन किया जा रहा था। दुर्ग पुलिस की टीम ने दबिश देकर छह युवकों को गिरफ्तार किया।
इनमें जोन-3 खुर्सीपार निवासी संदीप चौधरी, आशीष मेहरा, कैलाश नगर हाउसिंग बोर्ड निवासी मोहम्मद इमरान, बालाजी नगर खुर्सीपार निवासी आकाश यादव, शारदा पारा निवासी धर्मेंद्र वर्मा और कैंप-1 निवासी विनय कुमार बाफना शामिल हैं। आरोपियों में विनय कुमार मेडिकल संचालक है। वर्ष 2013 में छावनी पुलिस ने उसे नशीली दवाई बेचने के मामले में गिरफ्तार किया था।
50-60 प्रतिशत तक की कमाई -
आरोपियों ने डिपॉजिट, विड्रॉल के साथ-साथ मुनाफे का भी हिसाब लिखकर रखा था। बता देन कि चार दिन में आरोपियों ने करीब 11 लाख 46 हजार का सट्टा खेलाया था, जिसमें चार लाख 90 हजार रुपए खिलाड़ियों को दिया। बाकी बचे छह लाख 56 हजार का मुनाफा हुआ है।
बाथरूम के बहाने मैनेजर फरार -
वहीं वारासिवनी ब्रांच का मैनेजर भीम बाथरूम के बहाने फरार हो गया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि भीम ही इस ब्रांच का मास्टर माइंड है। वो महादेव बुक के अन्य पैनल धारकों को भी काम करने के लिए लड़के उपलब्ध करवाता था।
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