छत्तीसगढ़: काेरोना महामारी से निपटने की तैयारी, प्रदेश के सभी शासकीय अस्पतालों में माकड्रिल आज
केंद्र सरकार के कोरोना बढ़ने की आशंका को लेकर अलर्ट के बाद राज्य में भी जांच, उपचार और दवाओं की व्यवस्था दुरुस्त करने निर्देश दिए जा चुके हैं। वहीं कोरोना से निपटने के लिए प्रदेशभर के जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर कोरोना प्रबंधन प्रोटोकॉल का माकड्रिल मंगलवार को आयोजित किया गया है।
रायपुर। Mockdrill in Hospitals News: केंद्र सरकार के कोरोना बढ़ने की आशंका को लेकर अलर्ट के बाद राज्य में भी जांच, उपचार और दवाओं की व्यवस्था दुरुस्त करने निर्देश दिए जा चुके हैं। वहीं कोरोना से निपटने के लिए प्रदेशभर के जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर कोरोना प्रबंधन प्रोटोकॉल का माकड्रिल मंगलवार को आयोजित किया गया है।
राजधानी के जिला अस्पताल, अम्बेडकर अस्पताल, माना अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में सुबह करीब 10:30 बजे से माक-ड्रिल शुरू होगा। इस दौरान मरीजों के उपचार को लेकर प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी कलेक्टरों को पत्र लिखकर कहा गया है कि अस्पतालों में काेरोना के उपचार से जुड़ी व्यवस्थाओं को दुरुस्त लें।
इसमें आईसीयू, बिस्तर, जांच और जीवन रक्षण उपकरण, आक्सीजन पाइप लाइन, दवाएं आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि केस बढ़ने की स्थिति में मरीजों को समय पर बेहतर उपचार की सुविधा मुहैया कराई जा सके। वहीं टीकाकरण में भी तेजी लाने के लिए कहा गया है।
कई केंद्रों में टीका उपलब्ध नहीं होने की वजह से लोग इधर-उधर भटक रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को निर्देशित किया है कि यदि टीका नहीं है तो वह स्थिति से अवगत कराएं। आने वाले मरीजों का नाम नंबर ले लें, जिससे उन्हें टीका उपलब्ध होने पर बुलाकर टीका लगाया जा सके।
अम्बेडकर अस्पताल में 80 बिस्तरों की व्यवस्था -
वहीं काेरोना को लेकर अम्बेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर एसबीएस नेताम ने बताया कि 20 आईसीयू, 60 सामान्य बिस्तरों की व्यवस्था की गई है। जिला अस्पताल में भी काेरोना मरीजों के लिए पहले से तैयार किए गए वार्ड को व्यवस्थित किया जा रहा है। जरूरत पड़ने पर अन्य अस्पतालों में भी इसकी व्यवस्था की जाएगी।
सतर्कता डोज 66 प्रतिशत लोगों ने नहीं लगवाया है -
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक प्रदेश में 18 से 59 वर्ष आयु के 1.70 करोड़ लोगों को सतर्कता डोज लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से 57.27 लाख लोग यानी 34 प्रतिशत ने सतर्कता डोज लगवा लिया है। जबकि 66 प्रतिशत लोगों ने अब तक सतर्कता डोज नहीं लगवाया है। वहीं प्रदेश में अब तक करीब पांच करोड़ तीन लाख से अधिक टीकाकरण किया गया है। इसमें से 2.24 करोड़ को पहली डोज और 2.03 करोड़ लोगों को दूसरी डोज लगाई गई है।
बचाव के लिए जरूरी सावधानी -
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि आने वाले समय में कोरोना की आशंकाओं को देखते हुए तैयारियां चल रही है। संक्रमण बढ़ने ना पाए इसके लिए लोगों को भी सावधानी बरतनी जरूरी है। लोग मास्क, शारीरिक दूरी जैसे नियमों का पालन करें। सर्दी, खांसी, बुखार के लक्षण या किसी संक्रमित मरीज के संपर्क में आने पर जांच कराएं। ऐसे में हम खुद भी बच सकते हैं और संक्रमण के फैलाव पर भी नियंत्रण लगेगी।
काेरोना टीके की प्रदेश में उपलब्धता -
2.91 लाख कुल काेरोना के टीके हैं उपलब्ध
2.89 लाख कोविशील्ड
2560 कोवैक्सीन है उपलब्ध
5.03 करोड़ लोगों का हुआ है टीकाकरण
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