इंदौर: गवाहों ने कहा खिड़की से देखी थी हत्या होते हुए, पुलिस ने नक्शे में खिड़की ही नहीं बनाई
इंदौर के आजाद नगर में सात वर्ष की बालिका की हत्या के मामले में पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। पुलिस को गवाहों ने बताया था कि उन्होंने खिड़की से आरोपी को बालिका की हत्या करते हुए देखा था
इंदौर, मध्य प्रदेश। इंदौर के आजाद नगर में सात वर्ष की बालिका की हत्या के मामले में पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। पुलिस को गवाहों ने बताया था कि उन्होंने खिड़की से आरोपी को बालिका की हत्या करते हुए देखा था। पुलिस ने मौके का नक्शा भी बनाया लेकिन पुलिसकर्मी इस नक्शे में उस खिड़की को ही बनाना भूल गए।
जब पुलिसकर्मी से आरोपी के वकील ने पूछा कि नक्शे में वह खिड़की तो नजर नहीं आ रही। पुलिसकर्मी ने इस पर स्वीकारा कि वह खिड़की बनाना भूल गए थे। पुलिसकर्मी की इस लापरवाही से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। आपको बता दें कि मामला आजाद नगर का है कुछ समय पहले सात वर्षीय बालिका की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी।
वहीं पुलिस ने बालिका के पड़ोस में रहने वाले सद्दाम नामक युवक को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि सद्दाम ने खुद को विक्षिप्त बताते हुए कोर्ट को गुमराह करने का प्रयास भी किया था लेकिन वह असफल रहा। इस मामले में जल्द से जल्द फैसला आ सके इसके लिए प्रकरण की सुनवाई नियमित चल रही है। उम्मीद ये जताई जा रही है कि फरवरी के पहले सप्ताह में ही कोर्ट इस मामले में अपना फैसला सुना देगी।
इस प्रकरण में शनिवार को जांच अधिकारी के बयान हुए। जांच अधिकारी ने ये स्वीकारा की मृतका की नानी के बताए अनुसार उन्होंने घटना का मौका नक्शा बनाया था। इस पर आरोपी के वकील ने उनसे पूछा कि गवाह कह रहे हैं कि उन्होंने खिड़की से देखा था कि आरोपी बच्ची को चाकू से गोद रहा है, लेकिन नक्शे में कोई खिड़की नजर नहीं आ रही।
इस बात पर जांच अधिकारी ने बताया कि मौके पर खिड़की तो थी लेकिन वे उसे नक्शे में बनाना भूल गया। विधि विशेषज्ञों के अनुसार यह लापरवाही प्रकरण को कमजोर कर सकती है। वहीं ऐसे चर्चित प्रकरणों में इस तरह की लापरवाही पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े करती है।
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