संवाददाता- सतीश जायसवाल
सीतापुर। उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले मे ग्राम पंचायतों मे बनाए गए सामुदायिक शौचालय की देखरेख और उनकी साफ सफाई के लिए महिला समूह को जिम्मेदारी दे रखी गयी है। इससे इसका सही ढंग से संचालन किया जा सके। सामुदायिक शौचालयों का संचालन समूहों के सपुर्द किया गया है। इससे वहां के ग्रामीणों को सुविधा मिल सके। शौचालय संचालन के लिए समूहो को प्रति माह नौ हजार रुपये भी दिए जा रहे है। ग्राम पंचायतों में बीते वर्षो में व्यक्तिगत शौचालय बनाए गए हैं इसमे तमाम शौचालय क्षतिग्रस्त हो गए हैं तो तमाम शौचालय प्रधान और सचिव की मिली भगत से बनाए नही गये है। ग्राम पंचायतों मे बने सामुदायिक शौचालय को महिला स्वयं सहायता समूहो को हैड ओवर किया गया है।
इनकी और से शौचालय का संचालन किया जा रहा है। प्रति समूह ,प्रतिमाह छः हजार रुपए मानदेय दिया जा रहा है। शौचालय की साफ सफाई के लिए तीन हजार रुपये दिज जा रहे है। फिर भी गावों मे बने शौचालय की हालत खराब है। शौचालयों मे ताले लटके हुए है ।साफ सफाई के नाम पर समूहो मे घोटला किया जा रहा है। ग्रामीण जब सुबह शौच के लिए आते है तो वहा पर ताला पडा़ मिलता है लोगो ने बताया कि महिला सफाई कर्मी आती नही है गंदगी होने के कारण लोग शौच के लिए खेतों मे चले जाते है ।यही हाल ज्यादातर गावों का है।घर मे समूह बनाकर लोग अपने ही परिवार की महिलाओं को जिम्मेदारी दे रखे है । इसी तरह से समूहो मे भ्रष्टाचार कीया जा रहा है।तो जिम्मेदार अधिकारी मौन है।
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First Updated : Friday, 07 October 2022